कोयला तस्करी: आई वाश के लिए होती थी CISF की छापेमारी !
बंगाल मिरर, आसनसोल : अवैध कोयला तस्करी को लेकर सीबीआई कोलकाता एसीबी के अधीक्षक विश्वजीत दास द्वारा दर्ज एफआईआर में जिस तरह बार-बार सीआईएसएफ CISF का जिक्र अवैध कोयला कारोबार में संलिप्तता को लेकर किया गया है। उससे सीआईएसएफ की पूरी भूमिका ही सवालों के घेरे में आती दिख रही है। अब सवाल उठ रहा है कि रोजोना सीआईएसएफ जो छापेमारी करती थी, वह क्या सिर्फ दिखावे के लिए होती थी ?
युवा तृणमूल जिला अध्यक्ष ने भी सीआईएसएफ पर उठाए थे सवाल
कुछ दिनों पहले ही तृणमूल युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रुपेश यादव ने भी प्रेस कांफ्रेंस में सीआईएसएफ को ही कोयला चोरी के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए गंभीर आरोप लगाये थे। अब सीबीआई द्वारा संगठित रूप से कोयला लूट में सीआईएसएफ के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है। जिससे इस आरोप को भी बल मिल रहा है। सीआईएसएफ के साथ ही इसीएल की सुरक्षा विभाग पर तो सीबीआई ने पूरी से शिकंजा ही कस दिया है। इसीएल के सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास मामले में नामजद आरोपी है। एरिया सुरक्षा प्रभारी भी नामजद आरोपी बनाये गये हैं। जिससे इसीएल की पूरी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ही प्रश्न चिन्ह उठने लगा है।
वहीं लोग यह भी कह रहे हैं कि जब सरकार द्वारा इनलोगों को प्रत्येक माह वेतन दिया जाता है, तो फिर वह लोग इस तरह की हरकत क्यों करते हैं। यह लोग चंद रुपयों के लालच में राष्ट्रीय संपत्ति को लूटने दे दिया।