बंगाल में नहीं होने देंगे एनआरसी-एनपीआर : ममता
बंगाल मिरर, राज्य ब्यूरो, कोलकाता ः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मतुआ समुदाय को लुभाने के लिए बुधवार को बनगांव में सभा की। इस दौरान उन्होंने साफ कहा कि बंगाल में एनआरसी एनपीआर नहीं करने देंगे। सीएए झूठा है। सभी मतुआ देश के नागरिक हैं। उन्हें फिर से नागरिकता की जरूरत नहीं है। नागरिकता के नाम पर देश से बाहर निकालने की साजिश है। भाजपा चुनाव के समय कुछ और बोलती है और चुनाव के बाद कुछ और करती है। उन्होंने कहा कि सीएए के नाम पर भाजपा धोखा दे रही है। यह राज्य सरकार का अधिकार है। मतुआ इस देश के नागरिक हैं। उन्हें नए सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। यह उसके लिए हैं, जो दो या पांच वर्ष के पहले आए हैं।




राज्य सरकार ने 94 शरणार्थी कॉलोनी को कानून स्वीकृति दे दी
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 94 शरणार्थी कॉलोनी को कानून स्वीकृति दे दी है। सभी शरणार्थी बंगाल के नागरिक हैं, लेकिन भाजपा बंगाल से भगाकर बंगाल को गुजरात बनाना चाहती है, लेकिन यह नहीं होगा। बंगाल के लोग एक साथ हैं। उन्होंने कहा कि मतुआ को लोग नहीं जानते थे, लेकिन उन्होंने मतुआ को सम्मान दिया, जब-तक ‘बोड़ो मां’ (बड़ी मां) अस्वस्थ हुई थीं।
उन्होंने चिकित्सा की व्यवस्था की थी। मतुआ को विकास के लिए बोर्ड का गठन किया गया है। 10 करोड़ रुपये दे दिया गया है। आप खुद कमेटी का गठन कर लें। ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार ने बिरसा मुंडा की जयंती पर छुट्टी की घोषणा की है। पंचानन बर्मन की जयंती पर छुट्टी की घोषणा की है। अगले वर्ष से मतुआ समुदाय के ठाकुर हरिचांद की जयंती पर भी छुट्टी रहेगी। हरिचांद विश्वविद्यालय का काम शुरू हो गया है। पाठ्यपुस्तकों में भी हरिचांद को शामिल किया गया है। ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि अम्फान के समय पीएम ने पब्लिसिटी के लिए आम्फान इलाके का दौरा किया था। पैसा हम देंगे और जवाब-तलब वो लोग करेंगे। यह नहीं होगा।