बंगाल में हिंदीभाषियों को कोई तकलीफ नहीं : ममता बनर्जी
हिन्दीभाषियों को साधने के लिए दीदी की बैठक
बंगाल मिरर, राज्य ब्यूरो, कोलकाता : विधानसभा चुनाव से पहले हिन्दीभाषियों को साधने के लिए तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने तृणमूल हिन्दी भाषी सेल के बैनर तले तृणमूल भवन कोलकाता में बैठक की। इसमें राज्य के विभिन्न हिस्सों से हिन्दीभाषी शामिल हुए।
इस दौरान युवा तृणमूल अध्यक्ष सहअभिषेक बनर्जी, तृणमूल प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी, विधायक जितेन्द्र तिवारी, हिन्दी सेल के चेयरमैन दिनेश त्रिवेदी, अध्यक्ष विवेक गुप्त, राजेश सिन्हा, रविशंकर पांडेय, जगदीश शर्मा, मनोज यादव, संजय शर्मा, श्यामलाल महतो आदि मौजूद थे।
इस दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने सत्ता में आने के बाद बंगाल में हिन्दी को भी सरकारी भाषा की मान्यता दी. आज तक हिन्दीभाषियों को कोई तकलीफ नहीं होने दी. कोई परेशानी नहीं होने दी. उन्होंन उन्होंने कहा कि वह इंसानियत के लिए कार्य करती है। जबकि वह लोग(बीजेपी) बर्बादी के लिए कार्य करते हैं। वह मुझे क्या हिन्दी सिखायेंगे, मैं उन्हें कान पकड़कर हिन्दी सिखाउंगी। उन्होंने कहा कि वह घर की बेटी की तरह रहना चाहती है।
उन्होंने कहा कि देश में बंगाल एकमात्र राज्य हैं जहां आस्थाके महापर्व छठ पर दो दिन की छुट्टी दी जाती है। इस दौरान पश्चिम बर्द्धमान जिले से मुकेश झा ,उदीप सिंह, संजीव पांडे, बीरु रजक, दिनती भुईया, सदन सिंह, सूभनाथ आदि मौजूद थे।