Bengal Chunav चौथा चरण खून से रंगा, 5 की मौत
केन्द्रीय बलों पर फायरिंग का आरोप
बंगाल मिरर, राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल चुनाव के 3 चरण शांतिपूर्ण बीतने के बाद शनिवार को चौथा चरण खून से रंग गया। चौथे चरण की शुरूआत चार मौतों के साथ हुई। कूचबिहार के माथाभांगा में चुनाव के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई। तृणमूल का आरोप है कि केंद्रीय बलों द्वारा उन्हें गोली मार दी गई थी। माथाभांगा अस्पताल में शव का परीक्षण चल रहा है। पता चला है कि केंद्रीय बलों की गोलीबारी में 4 और लोग घायल हो गए। मृतकों में मनिर्रुज्जमान, नूर आलम, शमिउल मिद्दा, हमीदुल मिद्दा है। वहीं एक मौत पठानटुली में हुई, जिसकी पहचान आनंद बर्मन के रूप में हुई। भाजपा इसे अपना समर्थक बता रहे।
तृणमूल ने दावा किया कि सभी उनके समर्थक थे।यह घटना कूचबिहार के माथाभांगा के जोड़तकी में बूथ नंबर 127 के बाहर हुई। पूरी घटना में केंद्रीय बलों की भूमिका पर सवाल उठाए जाने लगे हैं। पूरी घटना पर चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट, मुख्य चुनाव आयुक्त ने सुदीप जैन को किया फोन किया है। वहीं आयोग सूत्रों का कहना है कि केन्द्रीय बलों ने आत्मरक्षा में फायरिंग की।
स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सीआरपीएफ के जवान भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। पूरी रात शराब और मांस पीने के बाद उसने सुबह अंधाधुंध गोलीबारी की। टीएमसी ने सवाल किया है कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार लोगों को अंधाधुंध गोली चलाने का अधिकार किसने दिया है।
एक स्थानीय टीएमसी कार्यकर्ता ने मीडिया को बताया, “लोग समूहों में मतदान करने जा रहे थे।” उस समय, केंद्रीय बलों ने बिना उकसावे के गोलीबारी की। तृणमूल ने दावा किया कि बूथ के अंदर तैनात केंद्रीय बल इस घटना का कारण बना।
दूसरी ओर, भाजपा प्रार्थी निशीथ प्रमाणिक ने पूरी घटना के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। ममता बनर्जी ने केंद्रीय बलों के खिलाफ जिस तरह से भड़काऊ टिप्पणी की है, उसके लिए लोग केंद्रीय बलों पर हमला कर रहे हैं। यही कारण है कि सीआईएसएफ को गोली चलाने के लिए मजबूर किया गया है।
Bengal Chunav चौथा चरण तृणमूल और भाजपा समर्थक शनिवार सुबह शुरू हुए चौथे दौर के मतदान के बाद से शीतलकुची में भिड़ गए। आनंद बर्मन नाम के एक 18 वर्षीय लड़के की सुबह पठानटुली शालबारी में बूथ 275 पर मतदान के दौरान मौत हो गई। यद्यपि उनके परिवार के सदस्यों ने भाजपा समर्थक होने का दावा किया। वहीं इस घटना के बाद ममता बनर्जी ने एक सभा महिलाओं से कहा कि केन्द्रीय बलों को घेर कर रखें। एक महिला घेरकर रखेंऔर एक मतदान करने जाये। उनसे डरें नहीं अपने मताधिकार का प्रयोग करें।