पीएम पर उकसानेवाला भाषण देने का आरोप, आयोग गई तृणमूल
आयोग की नोटिस के बाद बदले ममता के सुर
बंगाल मिरर, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग में जाकर शिकायत की है। उसने आशंका जताई कि चुनाव में और भी हिंसा हो सकती है। लोगों की मौत हो सकती है क्योंकि प्रधानमंत्री उकसाने वाला बयान दे रहे हैं। शनिवार को तृणमूल के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के चुनाव अधिकारी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। पश्चिम बंगाल के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार जिले के सीतलकुची में चार लोगों की मौत हुई है। आरोप है कि सीआईएसएफ के जवान द्वारा गोली चलाए जाने के कारण ये मौतें हुई हैं। तृणमूल ने आरोप लगाया है कि जानबूझ कर लोगों की हत्या की गई है।



तृणमूल नेता सुब्रत मुखर्जी ने कहा, “ऐसा लग रहा है कि चुनाव में कुछ लोग और मारे जाएंगे। चुनाव भी चल रहा है और प्रधानमंत्री उकसावे वाले वक्तव्य भी दे रहे हैं। प्रधानमंत्री प्रत्यक्ष रूप से उकसावा दे रहे हैं। टीएमसी के विरोध में भाषण दिया जा रहा है। कहाकि यहां राजनीतिक संघर्ष की घटनाएं घटती हैं, लेकिन बिना संघर्ष के ही गोली चलाई गई। इसकी कोई युक्ति नहीं है। निरीह चार लोगों की हत्या कर दी गई है। इसके पीछे एक उद्देश्य है कि सत्तारूढ़ दल यानी केंद्र सरकार आतंक पैदा करना चाहता है।
हम देश के लोगों को बताना चाहते हैं कि जानबूझ कर चार लोगों की हत्या की गई है। टीएमसी एमपी सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि सभी के मन में आशा थी कि चुनाव शांतिपूर्ण होगा लेकिन इस वाहिनी यानी सुरक्षाबल को रखने के पीछे उद्देश्य काम कर रहा है। इसके बावजूद टीएमसी 200 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगी।
उन्होंने बताया कि सीईओ ने कहा है कि उन्होंने रिपोर्ट मांगी हैं। चार बजे तक डीएम और एसपी को रिपोर्ट देने कहा है। कल ममता बनर्जी मृतकों के घर में जाएंंगी। इसके साथ ही हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा जाएगा।
केंद्रीय बलों को घेरने संबंधी नोटिस पर ममता ने कहा- इरादा ऐसा नहीं था
वहीं केंद्रीय बलों के जवानों को घेरकर रखने संबंधी बयान को लेकर ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब दे दिया है। शनिवार को आयोग को दिए अपने जवाबी पत्र में ममता ने कहा है कि उनका इरादा केंद्रीय बलों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने का कतई नहीं है। गुरुवार को आयोग की ओर से दिए गए नोटिस के जवाब में ममता ने लिखा है कि उन पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से गलत हैं।
वह देश की सुरक्षा में सेंट्रल फोर्स के योगदान की सराहना करती हैं और केंद्रीय बलों के लिए उनके दिलो-दिमाग में सर्वोच्च सम्मान है। तारकेश्वर में कथित तौर पर महिलाओं से छेड़खानी संबंधी केंद्रीय बलों पर लगे आरोपों का जिक्र करते हुए ममता ने कहा कि आज तक चुनाव आयोग ने उन्हें कोई निर्देश तक जारी नहीं किया।
ममता ने कहा कि भाजपा द्वारा की गई शिकायतों के बाद कई पुलिस अधिकारियों को हटा दिया गया लेकिन केंद्रीय बलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। सेंट्रल फोर्स को घेरकर रखने संबंधी अपने बयान पर सफाई देते हुए ममता ने कहाकि मैंने केवल मतदाताओं को मतदान के लिए आह्वान किया था।
मैं मूल रूप से महिलाओं को इसके लिए प्रेरित करना चाहती थी। मेरे कहने का मतलब सिर्फ इतना था कि कोई भी अगर मतदान की राह में रोड़ा बनता है तो उसका विरोध होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि ममता ने कहा था कि अगर केंद्रीय बलों के जवान परेशान करते हैं तो एक दल उन्हें घेर ले और दूसरा वोट करने जाए।