इस्को इस्पात संयंत्र में टूल डाउन आंदोलन
बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर : सम्मानजनक वेतन समझौता जल्द करने की मांग पर इस्पात कर्मचारी आन्दोलन पर उतर आये हैं। उनका वेतन समझौता 52 महीनों से बकाया है। वहीं प्रबंधन इसे लेकर अड़ियल रुख अपनाये हुए है। आज बर्नपुर के इस्को इस्पात संयंत्र टूल डाउन आंदोलन में, ब्लास्ट फर्नेस, ऊर्जा विभाग और कोक ओवेन 11 अधिकतर युवा कर्मचारी भाग लिए हैं। कोक ओवेन 11 पर आंदोलन के दौरान कर्मियों का आरोप है कि ISP के एक मान्यता प्राप्त यूनियन के एक यूनियन नेता आए और कर्मचारियों को चेतावनी दी कि वे इस आंदोलन को वापस लें, अन्यथा ISP प्रबंधन उन पर कार्रवाई कर सकता है।




कोक ओवेन आंदोलनरत कर्मचारी का कहना है के ऐसा लगता है कि इस टूल डाउन आंदोलन को रोकने के लिए यूनियन नेता ने आईएसपी प्रबंधन से बल्लेबाजी की है। इस आंदोलन में किसी भी संघ के सक्रिय सदस्यों या पदाधिकारियों ने भाग नहीं लिया। दूसरी तरफ ब्लास्ट फर्नेस के कर्मचारी अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं। उन्होंने आईएसपी प्रबंधन को मौके पर सीईओ – ISP को बुलाने के लिए कहा, लेकिन प्रबंधन ने बताया कि सीईओ तबियत ठीक नहीं हैं, इसलिए वह वहां नहीं आ सकता है।
ब्लास्ट फर्नेस के कर्मचारियों ने बताया कि अगर सीईओ वहां आने में असमर्थ हैं तो उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात करनी चाहिए। इस दैरान SWFI के केंद्रीय नेतृत्व ने ब्लास्ट फर्नेस स्थल का दौरा किया और प्रदर्शनकारियों से बात की। बाद में SWFI के महासचिव और NJCS सदस्य ललित मोहन मिश्रा ने SWFI के केंद्रीय नेतृत्व के माध्यम से ब्लास्ट फर्नेस कि प्रदर्शनकारियों के साथ टेलीफोन पर बात की। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को नैतिक समर्थन दिया और इस आंदोलन मैं ISP के कर्मचारियों के प्रति हर तरह का समर्थन देने का आश्वासन दिया ।