दिलीप घोष ने फिर से की विवादित टिप्पणी, भाजपा नेताओं को 29 तक मुंह बंद रखने का निर्देश
बंगाल मिरर, बीरभूम। सातवें चरण के मतदान से एक दिन पहले, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने सीतलकुची की घटना को लेकर एक बार फिर विवादित टिप्पणी की है। वहीं दिलीप घोष ने राज्य के सभी भाजपा नेताओं को 29 अप्रैल तक मुंह बंद रखने का निर्देश दिया है यानि कि किसी भी नेता, पदाधिकारी या शाखा संगठन के अधिकारियों को किसी भी मीडिया में कोई भी बयान देने से मना करने का निर्देश जारी किया है।
दिलीप घोष ने पुलिस प्रशासन के बारे में बोलते हुए कहा कि बीरभूम के लोग पुलिस से शिकायत नहीं कर सकते। क्योंकि बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस नेता पुलिस को बमबारी करने के लिए कहती हैं। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आती है, तो पुलिस की रीढ़ की हड्डी सीधी हो जाएगी। उसके बाद उन्होंने कहा कि कोई लाल आंखो या नीली आंखों से मत डरो। किसी भी मोटे नेता या पतले नेता से डरो मत पुलिस से भी डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि दादा की पुलिस आई है प्रत्येक बूथ में आठ केंद्रीय बल होंगे। इधर उधर करने से सीतलकुची की घटना की पुनरावृत्ति होगी। उन्होंने यह बात रविवार को नानूर विधानसभा क्षेत्र के कीर्णहार में एक सभा को संबोधित करते हुए कही।
उल्लेखनीय है कि चौथे चरण के मतदान के दौरान सीतलकुची में केंद्रीय बलों के फायरिंग में चार लोगों की मौत हो हुई थी। उस घटना में वास्तव में क्या हुआ था? इसे लेकर अभी भी स्पष्ट नही हो पाया है। उस घटना के एक दिन बाद, दिलीप घोष ने विवादित बयान देते हुए कहा था? कि हर जगह सीतलकुची होगा। इस टिप्पणी के बाद चुनाव आयोग ने उनपर 24 घंटे के अभियान पर प्रतिबंध लगा दिया था।
दूसरी ओर, दिलीप घोष ने महिलाओं को सरकारी नौकरियों और पुलिस में भर्ती कराने को लेकर कई वादे किए। अगर भाजपा सत्ता में आई तो सरकारी नौकरियों में लड़कियों के लिए 33 प्रतिशत आरक्षित होंगे। साथ ही पुलिस लड़कियों को लेकर ‘नब दुर्गा’ नाम की से नौ बटालियन बनाने के लिए भी कहा। उनके अनुसार केवल लड़कियां ही लड़कियों को सुरक्षा प्रदान कर सकती हैं। सशस्त्र बलों की तीन बटालियन होंगी जिनका नाम ‘मातंगिनी हाजरा’ होगा। दिलीप घोष ने कहा कि बंदूकों वाली लड़कियां ही समाज की रक्षा करेंगी।