बंगाल में कोरोना ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 24 घंटे में 14 हजार से अधिक पॉजिटिव, जिले में 768
बंगाल मिरर, राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चुनावी सरगर्मी के बीच कोविड-19 महामारी घातक रूप लेती जा रही है। यहां पिछले 24 घंटे में 14 हजार से अधिक लोग इसकी चपेट में आए हैं जो महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। शनिवार को राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक कुल 55060 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं जिनमें से 14281 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही इस महामारी की चपेट में आने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 728061 हो गई है।
24 घंटे के दौरान कुल 7584 लोग स्वस्थ स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। ऐसे लोगों की कुल संख्या बढ़कर 635802 हो गई है। एक दिन में 59 लोगों की मौत हुई है जिसके कारण मृतकों की संख्या बढ़कर 10884 हो गई है। 24 घंटे के दौरान 6638 एक्टिव मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है जो अब तक का सर्वाधिक है। राज्य भर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़कर 80 हजार से ऊपर 81375 पर जा पहुंची है जो चिंता वाली बात है।
मार्च महीने तक यह संख्या महज 3000 थी और केवल 25 दिनों में 80 हजार का आंकड़ा पार कर जाना चिंता का सबब है। महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक कुल एक करोड़ एक लाख 11 हजार 196 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं।
कोविड-19 : डेथ सर्टिफिकेट और अंतिम संस्कार के लिए बंगाल सरकार ने जारी किए नए निर्देश
पश्चिम बंगाल में तेजी से कोविड-19 से संक्रमित हो रहे लोगों के परिजनों के लिए पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने नई निर्देशिका शनिवार को जारी की है। राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी इस निर्देशिका के मुताबिक अगर कोई कोविड-19 व्यक्ति होम आइसोलेशन में चिकित्सा के दौरान मारा जाता है तो जिस चिकित्सक की देखरेख में सीधे तौर पर या वर्चुअली उसकी चिकित्सा हो रही थी वही उसका डेथ सर्टिफिकेट जारी करेंगे।
इसके अलावा अस्पताल में भर्ती कोविड-19 मरीज को अगर कहीं और ट्रांसफर किया जाता है और रास्ते में उसकी मौत हो जाती है तो जिस अस्पताल से उसे ट्रांसफर किया गया है उसी अस्पताल से डेथ सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
इसके अलावा कोविड-19 के अंतिम संस्कार के लिए भी राज्य सरकार ने विशेष निर्देश दिया है। इसमें कहा गया है कि कोलकाता में अगर किसी मरीज की मौत होती है तो अंतिम संस्कार के लिए कोलकाता नगर निगम निगम के चीफ हेल्थ मेडिकल ऑफिसर से संपर्क करना होगा। शिल्पांचल क्षेत्रों में नगर पालिकाओं के स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क साधना होगा।
ग्रामीण अस्पताल में बीडीओ और बीएमओएच से संपर्क कर अंतिम संस्कार की जानकारी देनी होगी। उल्लेखनीय है कि जब से महामारी का दौर चला है उसके बाद राजधानी कोलकाता समेत राज्य भर में घंटो तक कोविड-19 मरीजों का शव पड़े होने की अमानवीय घटनाएं सामने आ रही हैं।