रूसी वैक्सीन Sputnik V की कीमत तय, 995 रुपये में मिलेगी एक डोज
बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता: देश में अभी कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड और कोवैक्सीन लगाई जा रही है, लेकिन अगले हफ्ते बाजार में स्पूतनिक वी (Sputnik V) भी उपलब्ध हो जाएगी। इसके लिए आज रूस की ‘स्पुतनिक वी’ वैक्सीन की कीमत तय कर दी गई है। वहीं आज डॉ. रेड्डीज लैब के कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड दीपक सपरा ने इसकी पहली डोज भी लगवाई है।



Dr Reddy’s Laboratories announces that imported doses of Sputnik V vaccines are presently priced at Rs 948+5% GST per dose. pic.twitter.com/0trzQMjqoc
— Prasar Bharati News Services पी.बी.एन.एस. (@PBNS_India) May 14, 2021
Sputnik V की कीमत तय
भारत में स्पूतनिक वैक्सीन (Sputnik V) की कीमत 948 रुपये होगी। वैक्सीन पर 5 प्रतिशत जीएसटी भी लगेगा, जिसके बाद एक डोज की कीमत 995 रुपये हो जाएगी। इस बारे में शुक्रवार को डॉ. रेड्डीज लैब ने बयान जारी कर कीमतों का खुलासा किया। साथ ही बताया कि स्थानीय उत्पादन में बढ़ोतरी होने के बाद स्पूतनिक की कीमत कम हो सकती है।
दीपक सपरा ने लगवाई पहली डोज
पिछले महीने डीसीजीआई ने स्पूतनिक वी के उपयोग को मंजूरी दी थी। उसके बाद देश में आज पहली बार विदेशी वैक्सीन लगी है। हैदराबाद में स्पूतनिक की पहली डोज डॉ रेड्डीज लैब के कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड दीपक सपरा को दी गई।
देश में स्पूतनिक वी की 1.5 लाख डोज उपलब्ध
बता दें कि देश में फिलहाल स्पूतनिक वी की 1.5 लाख डोज उपलब्ध है। हाल ही में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के पॉल ने बताया कि अगले हफ्ते से देश के लोगों को स्पूतनिक टीका भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, पहली सप्लाई आ चुकी है और जुलाई महीने से यह देश ने बननी शुरू हो जाएगी। हमें, स्पूतनिक की 15.6 करोड़ डोज बनने की उम्मीद है।”
‘स्पूतनिक वी’ पहुंची भारत, अगले हफ्ते से बाजार में उपलब्ध होने की उम्मीद
कोवैक्सीन और कोविशील्ड के बाद अब भारत में स्स्पूतनिक वी वैक्सीन भी लोगों को लगाई जाएगी। अगले हफ्ते से रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक बाजार में आ जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के पॉल ने बताया कि अगले हफ्ते से देश के लोगों को स्पूतनिक टीका भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, “स्पूतनिक वी वैक्सीन देश में आ गई है। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि अगले हफ्ते हमें उम्मीद है कि यह बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। पहली सप्लाई आ चुकी है और जुलाई महीने से यह देश ने बननी शुरू हो जाएगी। हमें, स्पूतनिक की 15.6 करोड़ डोज बनने की उम्मीद है।”
261 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध होने की उम्मीद
डॉ. वी. के पॉल ने आगे कहा कि देश में सभी तक वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए हर स्तर पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगस्त से दिसंबर तक देश में कुल 216 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध होने की उम्मीद है। इसमें 75 करोड़ कोविशील्ड, 55 करोड़ कोवैक्सीन, 30 करोड़ बॉयो ई सब यूनिट वैक्सीन, 5 करोड़ जायडस कैडिला डीएनए वैक्सीन, 20 करोड़ एसएआई नोवावैक्स, 10 करोड़ बीबी नेजल वैक्सीन, 6 करोड़ जिनोवा वैक्सीन और 15 करोड़ डोज स्पुतनिक की उपलब्ध होने की उम्मीद है। इसके अलावा दूसरी विदेशी वैक्सीन भी आ सकती है।
राज्य चाहते थे फ्लेक्सिबिलिटी इसलिए बनाई गई नई पॉलिसी
डॉ. वी. के पॉल ने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर जो नई पॉलिसी बनाई गई है, वह इसलिए बनी क्योंकि राज्य चाहते थे कि कुछ फ्लेक्सिबिलिटी मिले और वह खुद कुछ फैसले करें। हमनें उनके साथ मिलकर इस फैसले को माना और आगे बढ़ने का एक रास्ता तय किया। यह भी मांग थी कि प्राइवेट सेक्टर में भी वैक्सीन उपलब्ध हो। उन्होंने ने कहा, “कोई भी वैक्सीन जो डब्ल्यूएचओ, एफडीए द्वारा अप्रूव्ड है वह आ सकती है, उन्हें इंपोर्ट लाइसेंस 2 दिन में मिल जाएगा।”
इसके साथ, जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अनुसार, मई-जून, 2021 तक कोवैक्सीन की उत्पादन क्षमता दोगुनी हो जाएगी। वहीं जुलाई-अगस्त, 2021 तक लगभग 6 से 7 गुना तक बढ़ जाएगी। सितंबर, 2021 तक प्रति माह लगभग 10 करोड़ खुराक पहुंचने की उम्मीद है।
वैक्सीन लगाने में भारत, विश्व में नंबर-1 पर
बता दें, देशभर में अबतक 17 करोड़ लोगों को ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसके साथ ही भारत दुनिया में सबसे तेजी से टीकाकरण करने के मामले में नंबर-1 देश बन गया है। भारत ने 114 दिनों में यह आंकड़ा पार किया है। भारत के बाद अमेरिका ने यह आंकड़ा 115 दिन में पार किया था, जबकि चीन ने 119 दिनों में छुआ।(Sputnik V)
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 13 मई सुबह 10 बजे तक लगी कुल वैक्सीन का 40.3% वरिष्ठजनों को, 45.6% टीका 45 से 60 वर्ष की आयुवर्ग के लोगों को, 9.2% टीके 30 से 45 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों को और 4.9% टीके 18 से 30 वर्ष की आयु वर्ग के नागरिकों को लगाए गए हैं।