संयुक्त किसान मोर्चा ने जिला शासक को ज्ञापन सौंपा, कृषक काला दिवस के रूप में मना रहे
बंगाल मिरर, रानीगंज : पश्चिम बंगाल किसान कोआर्डिनेशन कमेटी के तत्वधान में जिला शासक को ज्ञापन सौंपा गया। रानीगंज। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शन के छह महीने पूरे होने पर संगठन के पदाधिकारियों ने जिला शासक विभु गोयल को ज्ञापन सौंपा।
संगठन के कन्वीनर तजिंदर सिंह बल ने कहा कि किसानों के द्वारा दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानून रद्द किए जाने की मांग को लेकर 6 महीना से लोग आंदोलन कर रहे हैं 6 महीने पूरे होने के मौके पर पूरे भारत के कृषक काला दिवस के रूप में मना रहे हैं इसलिए हम लोगों ने जिला शासक को एक मेमोरेंडम सौंपा है एवं उन से अनुरोध किया है कि इस मांग को केंद्र सरकार तक फॉरवर्ड किया जाए ।
इस मौके पर तखत श्री हरमंदिर साहिब पटना के मैनेजिंग कमेटी के पदाधिकारी सरदार हरपाल सिंह जोहल, पश्चिम बंगाल किसान कोआर्डिनेशन संगठन के मीडिया प्रभारी सरदार दलजीत सिंह वाधवा, सेवा खालसा दल के अध्यक्ष दलविंदर सिंह , बराकर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह, बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव सुरेंद्र सिंह, आसनसोल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमरजीत सिंह भरारा , परवलिया गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मलकीत सिंह, गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के राज्य अध्यक्ष गुरविंदर सिंह, दुर्गापुर के राजेंद्र सिंह रंजीत सिंह परमजीत सिंह ,, गुरमीत सिंह एवं चरणजीत सिंह, अमरदीप सिंह उपस्थित थे ।
सरदार हरपाल सिंह जोहल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भी हम लोग काला दिवस के रूप मे केंद्र सरकार के विरुद्ध काला बेच पहनकर प्रदर्शन कर रहे हैं। संगठन के मीडिया प्रभारी दलजीत सिंह वाधवा ने कहा कि कोरोना संक्रमण का शिकार बन रहे लाखों किसानों को बचाने के लिए केंद्र सरकार को कृषि कानून रद्द किए जाने चाहिए जिससे समस्त किसान देशवासियों को भोजन खिलाने के लिए और सब्जियों का उत्पादन जारी रख सकें। पश्चिम बर्दवान जिला शासक को इस मामले में एक प्रतिलिपि सौंपी गई है।
इस मौके पर किसान मोर्चा के पदाधिकारी मलकीत सिंह ने कहा कि पश्चिम बर्दवान की जनता से अपील की जा रही है कि काला दिवस शांति पूर्वक मनाया जाए अपने वाहनों पर केवल काला झंडा लगाकर ही केंद्र सरकार को आंदोलन दिखाया जाए। ज्ञात हो कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बीच देश के 12 विपक्षी दलों ने संयुक्त किसान मोर्चा को समर्थन देने का घोषणा की है।