नवजात की मौत लापरवाही का आरोप, स्वास्थ्य केंद्र में हंगामा तोड़फोड़
बंगाल मिरर, सोनू,अंडाल : अंडाल थानान्तर्गत खान्द्रा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को प्रसव के बाद नवजात की मौत होने से लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजन सहित स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र में जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र में जमकर तोड़फोड़ की।




अंडाल के पुराना थाना रोड स्थित सांकरा माठ निवासी मृत शिशु के पिता राजेश पंडित ने बताया की रविवार को प्रसव पीड़ा के कारण पत्नी को रात लगभग 9 बजे खान्द्रा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। भर्ती कराने के कुछ समय बात महिला को प्रसव पीड़ा हुई एवं उसने बच्ची को जन्म दिया। जन्म के बाद बच्ची बिल्कुल स्वस्थ थी। परंतु कुछ समय बाद स्वास्थ्य केंद्र की नर्स ने बच्चे का स्वास्थ्य असामान्य करार देते हुए उसे दुर्गापुर अनुमंडल अस्पताल में रेफर कर दिया।
पत्नी को असहनीय पीड़ा हो रही थी फिर भी मेरी पत्नी एवं नवजात शिशु को अकेले ही सरकारी वाहन के सहारे दुर्गापुर बिधाननगर अस्पताल भेज दिया गया। उनके साथ न ही अस्पताल का कोई सहकर्मी था और न ही कोई नर्स। खबर पाकर दुर्गापुर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के दौरान ही बच्चे को मृत घोषित करते हुए कहा कि बच्चे की मौत लगभग एक घंटे पहले हो चुकी है।
राजेश पंडित ने कहा कि उनकी पत्नी ने बताया मुझे असहनीय पीड़ा होने के बावजूद पेट में पंपिंग कर डिलीवरी कराई गई। प्रसव के दौरान चिकित्सकों से ऑपरेशन के सहारे डिलीवरी कराने की गुहार की परंतु उन्होंने मेरी पत्नी की बात नहीं सुनी। घटना के 2 दिन बाद यानी मंगलवार को मृत बच्चे की मां को बिधाननगर अस्पताल से छुट्टी दी गई जिसके बाद परिजनों समेत भारी संख्या में स्थानीय लोग खान्द्रा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे एवं वहां हंगामा मचाया।
तमाम लोगों ने महिला की डिलीवरी करने वाली नर्स की लापरवाही करार देते हुए उसे स्वास्थ्य केंद्र से अविलंब निष्कासित करने की मांग की। वहीं इस मामले पर स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओएच परितोष सोरेन ने कहा कि अस्पताल में आए दिन डिलीवरी होते रहती है। इस महिला के बच्चे की मौत किस कारण से हुई इसकी उन्हें स्पष्ट जानकारी नहीं है। मामले की गंभीरता से पड़ताल की जाएगी। अगर घटना में किसी की लापरवाही है तो दोषी सजा का पात्र है।
पीड़ित पक्ष की ओर से अंडाल थाना के उखड़ा आउटपोस्ट में मामले के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है। फांडी की महिला आईसी नसरीन सुल्ताना ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपनी कार्यवाही शुरू कर दी।