SAIL WAGE REVISION नहीं होता है तो 30 जून को हड़ताल तय
बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर :आज बर्नपुर स्थित बीएमएस यूनियन कार्यालय में सेल इस्को इस्पात सयंत्र कि पांच श्रमिक यूनियनौं नें संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया था । सेल के कर्मचारियों के (SAIL WAGE REVISION) वेतन समझौते के आधार पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई थी । प्रेस कांफ्रेंस में सीटू बर्नपुर के महासचिव शुभाशीष बसु, प्रतीक गुप्ता और अशोक मंडल, इंटक के महासचिव हरजीत सिंह, अजय रॉय, बीएमएस से महासचिव विजय कुमार, दीपक कुमार सिंह, रविशंकर सिंह, एचएमएस से महासचिव मुमताज अहमद, कुणाल कुमार , एटक से उत्पल सिंह, आशीष आचार्य, प्रदीप साहू आदि उपस्थित थे ।
इस दौराम यूनियन नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि 54 महीनों से कर्मचारियों के वेतन ढांचे में संशोधन नहीं होने से सेल के कर्मचारियों में असंतोष है। कोरोना परिस्थिति के बावजूद, श्रमिकों ने उत्पादन को बाधित किए बिना कंपनी को लाभ का मुंह दिखाया है। पिछले कुछ महीनों में, सेल मैनेजमेंट ने विभिन्न श्रमिक संगठनों के साथ कई बैठकें की हैं, लेकिन एक संतोषजनक वेतन संरचना निर्धारित करना संभव नहीं हो पाया है। इसी वजह से ट्रेड यूनियनों ने देश के सभी सेल कारखानों और खनन उद्यमों में 30 जून, 2021 को 24 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है। 22 जून से रोजाना एनजेसीएस कि ऑनलाइन वर्चुअल मीटिंग हो रही है। हालांकि इस मीटिंग मैं कुछ यूनियन वेतन समझौते में 13% एमजीबी के लिए सहमती प्रदान कि हैं, लेकिन सभी यूनियनों ने प्रबंधन के साथ भत्तों और पेंशन पर सहमति नहीं जताई है। आज भी एनजेसीएस कि ऑनलाइन वर्चुअल मीटिंग जारी है ।
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आज की प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व सांसद और सीटू बर्नपुर संगठन के अध्यक्ष बंगश गोपाल चौधरी ने कहा कि सेल इस्को इस्पात सयंत्र की पांच श्रमिक यूनियनों ने संयुक्त रूप से श्रमिक मजदूरी आंदोलन में शामिल हो गए हैं, कारखाने के अंदर और बाहर चल रहा है , जो कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार है । पांचों श्रमिक यूनियनों का केंद्रीय नेतृत्व निर्णय के अनुसार वेतन समझौता (SAIL WAGE REVISION) अगर नहीं होता है तो 30 जून को सयंत्र में हड़ताल होना तय है । फिर भी यदि प्रबंधन सम्मानजनक वेतन समझौता नहीं करता है, तो एक बड़ा आंदोलन आयोजित किया जाएगा। सीटू कारखानों को बंद करके उत्पादन बाधित करने के पक्ष में नहीं है, पर साथ ही साथ श्रमिकों के हितों के पक्ष में, उन्होंने आगे कहा कि बर्नपुर की पांच श्रमिक यूनियनें श्रमिकों के हित में संयुक्त रूप से संघर्ष करती रहेंगी ।