भाजपा में शामिल होने के कारण पूर्व पार्षदों को परेशान किया जा रहा : जितेन्द्र तिवारी
बंगाल मिरर साबिर अली एवं संजीव यादव, कुल्टी– संवाददाता सम्मेलन के दौरान भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने कहा लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर नागरिक का यह अधिकार होता है की वो किसी भी राजनीतिक दल के साथ रह सकता है, किसी भी भाषा में बात कर सकता किसी भी धर्म को अपना सकता है। पर पिछले साल हमारे सांकतोड़िया के पूर्व पार्षद, अभिजीत आचार्या एवं उनकी पत्नी इंद्राणी आचार्य, साधन पाल तृणमूल छोड़ भाजपा में आये हैं। वहीं कुल्टी विधानसभा चुनाव में भाजपा को कुल्टी से जीत मिली। अब इन पूर्व पार्षदों को शासक दल द्वारा परेशान किया जा रहा है। उक्त बातें आसनसोल नगरनिगम के पूर्व मेयर भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने सांकतोड़िया स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान कही।
श्री तिवारी ने कहा कि तृणमूल को कुल्टी में हार मिलने के बाद वे गुस्से से कुल्टी के पूर्व पार्षदों को परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सांकतोड़िया में भाजपा कार्यालय के पीछे जो जमीन है वो अभिजीत आचार्य का पूर्वजों की जमीन है जिसका उनके पास कागजात भी है जहां वो अपने जमीन को सुरक्षित रखने के लिए जमीन में अंदर एक मंदिर है जहां जानवर न आ जाये इसे लेकर यहां केबल ईंट का बाउंडरी कर घेरा गया। जिसके बाद नगरनिगम की ओर से इन्हें एक नोटिस किया गया कि आप यहां बिल्डिंग बना रहे हैं, बिल्डिंग गैरकानूनी है। उन्होंने कहा कि अगर नगरनिगम को ऐसा कोई अभियोग मिला तो पहले इंजीनियर आकर जांच करते हैं जांच के आधार पर रिपोर्ट दिया जाता है उसके बाद नोटिस होता है। अगर वो जांच किये होंगे तो उन्हें दिखना चाहिए कि यहां बिल्डिंग बना है या नही। यानि कि जिसने रिपोर्ट दिया वो झूठा रिपोर्ट है या फिर बिना जांच के चूंकि अभिजीत आचार्य भाजपा में चले आये और उन्हें परेशान करने के लिए यह नोटिस किया गया
जबकि आप देख सकते हैं यहां कोई बिल्डिंग नहीं बना है। उन्होंने कहा कि हमलोग अभिजीत आचार्या कल कारपोरेशन के कमिश्नर को चिट्ठी करेंगे की जिस इंजीनियर ने झूठा रिपोर्ट दिया है चाहे उसके खिलाफ कार्रवाई करे या फिर किसी ने रिपोर्ट नहीं दिया अपने आप यह नोटिस हुआ, तो जिसने यह नोटिस किया उनके खिलाफ कार्रवाई करें। श्री तिवारी ने कहा कि नगरनिगम व शासक दल के जो लोग हैं में उन्हें आग्रह करूँगा की लोगो के जीवन मे और बहुत सी समस्याएं हैं उनको समाधान करें लोगो के दिल जीतने का प्रयास करें। इस तरह से लोगों को परेशान करना यह उचित नही है। उन्होंने अंत मे कहा कि अगर कारपोरेशन के पार्षद के साथ यह व्यवहार हो रहा है तो आम जनता के साथ कैसा व्यवहार होगा। इस संबंध में नगरनिगम की ओर से कोई बयान अभी तक नहीं आया है।