भाजपा के श्रमिक संगठन के नाम पर वसूली, विवाद
भाजपा का कोई श्रमिक संगठन नही है : कुल्टी विधायक
बंगाल मिरर, साबिर अली, कुल्टी : ईसीएल के सोदपुर क्षेत्र में इन दिनों ईसीएल श्रमिको से एक श्रमिक संगठन द्वारा सदस्यता शुल्क वसूले जाने की चर्चा है। बाकायदा सदस्यता शुल्क की राशिद भी दी जा रही है। हालांकि ईसीएल क्षेत्र में कई श्रमिक संगठन है, जो अपने सदस्यों से शुल्क लेती है। किंतु इस मामले में कुछ अलग ही तथ्य सामने आई है। उल्लेखनी है कि कोलियरी रिपब्लिकन मजदूर सभा के नाम से एक श्रमिक संगठन इन दिनों ईसीएल के सोदपुर कोलियरी क्षेत्र में सक्रिय है। जिसकी रशिद पर एफलीएटेड बाय भारतीय जनता मजदूर मंच अंकित है। इस रशीद के माध्यम से ईसीएल कर्मियों से सदस्यता शुल्क लिए जा रहे है। साथ ही रशीद पर कमल छाप भी अंकित है। जिससे यह भ्रम होता है कि यह संगठन भाजपा संबंधित है।
किंतु जानकारी अनुसार भाजपा का कोई श्रमिक संगठन नही है, हालांकि भारतीय मजदूर संघ को भाजपा समर्थन करती है। इस संदर्भ में भाजपा के कुल्टी विधायक डॉ अजय पोद्दार से जानकारी लेने पर उन्होंने कहा कि भाजपा समर्थित सिर्फ बीएमएस है, इसके अलावा कोई श्रमिक संगठन से भाजपा का कोई नाता नही है। ऐसा ही कुछ कहना है बीएमएस के श्री गुप्ता का, उन्होंने भी भारतीय जनता मजदूर मंच को समर्थन करने से इनकार किया।
वही भाजपा कुल्टी मंडल 3 के अध्यक्ष अमित गोराई ने कहा कि इस तरह के श्रमिक संगठन के बारे में कोई जानकारी नही है। उन्होंने कहा कि कमल छाप भाजपा का प्रतीक चिन्ह है और यदि इसका कोई गलत इस्तेमाल कर रहा है तो उसपर कार्यवाही की जाएगी। श्री गोराई ने कहा कि भाजपा का कोई श्रमिक संगठन नही है। इस तरह से कोई रशीद छपवाकर सदस्यता शुल्क ले रहा है, तो ये गलत है, इसकी जानकारी शीर्ष नेतृत्व को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा बीएमएस को समर्थन करती है और बीएमएस ही ईसीएल में सक्रिय श्रमिक संगठन है, किंतु भारतीय जनता मजदूर मंच से भाजपा का दूर-दूर तक कोई लेना-देना नही है। ये जांच का विषय है और देखना होगा कि भाजपा के ही कुछ लोग या तृणमूल के लोगो द्वारा भाजपा को बदनाम करने की कोई साजिश तो नही है।
क्योंकि विस चुनाव के पहले बंगाल में भाजपा की सरकार बनती दिख रही थी। जिए लेकर कई बाहरी लोग भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने कहा कि यदि इसमें कोई भाजपा नेता शामिल होगा तो उसे फौरन पार्टी से निष्काषित किया जाएगा। सूत्रों की माने तो इस रशीद कांड में जो शामिल है, उन्हें भाजपा के कार्यक्रमो में देखा गया है, साथ ही भाजपा के कुल्टी विधायक के साथ भी इन लोगो को कई बार देखा जा चुका है। यदि भाजपा का कोई श्रमिक संगठन नही है तो कोई इस तरह से कमल छाप की तस्वीर वाली रशीद का इस्तेमाल किस मकसद से कर रहा है।