ASANSOL

कानून मंत्री नहीं गये दिल्ली, समर्थकों ने कहा मंत्री ने दिया साहस का परिचय

बंगाल मिरर, कोलकाता : राज्य के कानून मंत्री मलय घटक ( Moloy Ghatak)  मंगलवार को ईडी कार्यालय नहीं गये। उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसी को बताया कि इतने कम समय में उनके लिए दिल्ली जाना संभव नहीं था. उनसे वीडियो कांफ्रेंसिंग में पूछताछ की जानी चाहिए। अगर यह संभव नहीं है. तो उन्हें कलकत्ता में बुलाया जाए। सूत्रों से पता चला है कि इसी के लिए उन्होंने ईडी में याचिका दायर की है.अवैध कोयला कारोबार जांच में प्रवर्तन निदेशालय सक्रिय है। मंत्री को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया । कोयला घोटाले को लेकर उन्हें दिल्ली में ईडी मुख्यालय बुलाया गया था।

 Moloy Ghatak 


मलय घटक के वकील दिवाकर कुंडू पहले ही दिल्ली जा चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, मंत्री ने कहा कि उन्हें 10 सितंबर को नोटिस मिला था. 11 और 12 सितंबर को छुट्टियां थीं। 13 सितंबर को कैबिनेट की बैठक हुई थी. इसलिए इतनी जल्दी सारे दस्तावेज तैयार करना संभव नहीं था.इसलिए नोटिस मिलने के बाद कानून मंत्री ने ईडी से समय मांगा. ।  ईडी के अलावा कोयला मामले में सीबीआईआपराधिक साजिश की अलग से जांच कर रही है.

गौरतलब है कि इसके पहले मंत्री मलय घटक ( Moloy Ghatak)   ने कहा था कि त्रिपुरा में संगठन द्वारा महत्वपूर्ण दायित्व दिये जाने के बाद उनकी सक्रियता को देखते हुए उन्हें डराने के लिए भाजपा यह हथकंडा अपना रही है। वहीं मंत्री द्वारा ईडी कार्यालय नहीं जाने का टीएमसी कार्यकर्ताओं ने स्वागत करते हुए मंत्री की प्रशंसा की है, कार्यकर्ताओं का कहना है कि मंत्री ने दिखा दिया कि उनमें साहस है कि वह अन्याय के सामने नहीं झुकेंगे। केन्द्र और भाजपा जितना डरा ले वह डरनेवाले नहीं है।

होटल से पकड़ाये 18 जुआड़ियों का Bail Reject , दो लड़कियों को बॉन्ड पर छोड़ा

Breaking : Asansol के होटल में  जुआ अड्डा से 18 गिरफ्तार, एक लाख से अधिक बरामद, झारखंड के विभिन्न हिस्सों के लोग शामिल

News Editor

Mr. Chandan | Senior News Editor Profile Mr. Chandan is a highly respected and seasoned Senior News Editor who brings over two decades (20+ years) of distinguished experience in the print media industry to the Bengal Mirror team. His extensive expertise is instrumental in upholding our commitment to quality, accuracy, and the #ThinkPositive journalistic standard.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *