Indian Railway IRCTC : पैंट्री कार बहाली का आदेश, यात्रियों को मिलेगा पका हुआ भोजन
बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता : ( Indian Railway IRCTC ) भारतीय रेल में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल अब रेल यात्रियों को फिर से यात्रा के दौरान पका हुआ भोजन परोसा जा सकेगा। जी हां, रेलवे बोर्ड ने यात्रा के दौरान अब मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में पैंट्री कार फिर से शुरू करने का आदेश दे दिया है। रेल यात्रियों की जरूरत को देखते हुए अब ट्रेन में खाना पकाने की सुविधा शुरू की जा सकती है।




कोविड-19 प्रतिबंधों के चलते पैंट्री कार को कर दिया गया था बंद
कोविड-19 प्रतिबंधों के चलते पैंट्री कार को बंद कर दिया गया था और ई-कैटरिंग और रेडी-टू-ईट सर्व हो रहा था। रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को एक पत्र में भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) को पैंट्री कार सेवा को फिर से बहाल करने को कहा है।
यात्रियों को परोसा जाता रहेगा ‘रेडी-टू-ईट’ भोजन भी
रेलवे बोर्ड ने यह भी कहा कि यात्रियों को रेडी-टू-ईट भोजन भी परोसा जाता रहेगा। पत्र में कहा गया है कि सामान्य ट्रेन सेवाओं की बहाली, यात्रा करने वाले यात्रियों की आवश्यकताओं और देशभर के भोजनालयों, रेस्तरां, होटलों और ऐसे अन्य स्थानों में कोविड लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील के मद्देनजर, रेल मंत्रालय द्वारा ट्रेनों में पके हुए भोजन की सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। रेडी-टू-ईट भोजन की सेवा भी जारी रहेगी।बता दें कि देश में कोरोना वायरस संकट के बाद से ही रेलवे के पैंट्री कार बीते करीब 18 महीनों से बंद पड़ी थी और इसकी खान-पान सेवा बंद थी। इस समय भारतीय रेलवे की ट्रेन में चाय, कॉफी, स्नेक इत्यादि ही मिलते हैं। लेकिन अब रेल यात्रियों को ट्रेन में पके हुए खाने की सुविधा भी मिलेगी।
कैटरिंग सर्विस से मिलता है लाखों को रोजगार
गौरतलब हो कि भारतीय रेलवे में कैटरिंग सेवा बंद होने से लाखों लोगों के रोजगार पर भी असर पड़ा है। इससे डायरेक्ट और इनडायरेक्ट तौर पर जो लोग जुड़े हुए हैं अब कैटरिंग सेवा को फिर से बहाल करने पर उनके परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी।
Indian Railway IRCTC ने पहली तिमाही में 82 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया
( Indian Railway IRCTC ) मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रेलवे की पर्यटन और खानपान इकाई आईआरसीटीसी ने जून तिमाही में 82 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया। कंपनी ने एक साल पहले की अवधि में 24 करोड़ रुपए का घाटा और मार्च तिमाही में 103 करोड़ रुपए का लाभ दर्ज किया था। परिचालन से राजस्व पिछले वर्ष की तिमाही में 131 करोड़ रुपए की तुलना में 85.4 % बढ़कर 243 करोड़ रुपए हो गया ।
स्त्रोत पीबीएनएस
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