Lachhipur Redlight में फिर वायरल हुआ ऑडियो, मचा बवाल
बंगाल मिरर, एस सिंह(क्राइम रिपोर्टर), आसनसोल : ( Asansol Redlight Area Lachhipur) कही आपराधिक कार्य हो या कही अवैध कारोबार का संचालन हो रहा हो और उसमें सफेदपोश नेतागण की संलिप्तता न हो, ऐसा तो शायद ही मुमकिन होगा। आपको बता दे कि बंगाल के दूसरे सबसे बड़े रेडलाइट एरिया आसनसोल शहर से सटे कुल्टी थाना के नियामतपुर फाड़ी अंतर्गत लच्छीपुर रेडलाइट एरिया है, जिसे दिशा के नाम से भी जाना जाता है। जहां बीते 4 अगस्त को तत्कालीन डीएम और पुलिस आयुक्त ने पश्चिम बंगाल चाइल्ड वेलफेयर काउंसिल के सूचना पर संयुक्त छापामारी अभियान चलाकर दर्जनों नाबालिक युवतियों, दलाल और होटल संचालक को गिरफ्तार किया था।
उस समय भी एक आडियो क्लिप वायरल हुआ था। अब फिर एक ऑडियो क्लिप वायरल होने लगा है, जो सारे मामलों को आईने की तरह साफ कर देगा। यह ऑडियो और इसमें बात कर रहे दो लोगों की शब्दों से परत दर परत सभी सच सामने आ गए। यह बात सहज ही समझ आ गया कि किस प्रकार शासक दल कार्यकर्ता किस तरह से लच्छीपुर रेड लाइट एरिया को संचालित करने में अपना सहयोग दे रहा है।
ऑडियो क्लिप में किसी पिंटू नामक युवक, मनोज से किसी को छुड़वाने के लिए रुपये मांग रहा है। सूत्रों से मालूम चला है कि मनोज बिहार में रहता है और लच्छीपुर में होटल चलाता है साथ ही लड़कियों की दलाली में भी उसकी संलिप्तता है। वही पिंटू शासक दल के नेता का खास बताया जा रहा है। हालांकि बंगाल मिरर इस ऑडियो की पुष्टि नही करता है, यह पूरी तरह से जांच का विषय है, और यदि पुलिस प्रशासन चाहे तो यह ऑडियो उपलब्ध कराने और पुलिस की सहयोग को हमेशा तैयार है।
ऑडियो में पिंटू द्वारा मनोज को कहा जा रहा है कि 6 युवक जो पकड़ाया है उसको छुड़वाने के लिये बड़ा बाबू को पैसे देने है, बड़ा बाबू बार बार फोन कर रहा है, चालीस हजार रुपये दो तभी काम हो पायेगा। इसमें 10-10 हजार रुपये बड़ा बाबू को देने और 10-10 हजार रुपये पार्टी कार्यालय में देने की भी बात कही जा रही है ऑडियो में आद्रा के युवकों और किसी जमाल बॉस का उल्लेख किया गया है। मनोज कह रहा है कि लड़कियों को 42 हजार देने है इसलिए 15 हजार में काम करवा दो। पिंटू ने कहा 40 हजार से कम नही होगा, नही तो सभी को जेल जाना होगा। मनोज कह रहा है कि मेरे पास उतना रुपये नही है, मैं बिहार चला जाऊंगा बाद में आकर बेल करवा लूंगा।
Lachhipur Redlight इस ऑडियो में जिन लोगो का उल्लेख किया गया है, उनका पुलिस प्रशासन सही से जांच कर तो कई तथ्य खुलकर सामने आ जायेंगे। पुलिस प्रशासन की कार्यवाई का यहां की जनता को इन्तेजार रहेगा। अब इस पर क्या कार्रवाई होती है यह बड़ा सवाल है। यह पूरे प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है।