SAIL PAY REVISION को CITU ने बताया अपमानजनक, 16 को हड़ताल, DSP में प्रदर्शन
बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर/ दुर्गापुर : SAIL PAY REVISION को CITU ने बताया अपमानजनक, 16 को हड़ताल सीटू ने वेतन समझौते में प्रबंधन पर अपमानजनक एवं भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। इसके खिलाफ स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया(सीटू) की वर्चुअल बैठक में सर्वसम्मति से 16 दिसंबर 2021 को पूरे सेल एवं आरआईएनएल में हड़ताल का निर्णय लिया गया है। 29 नवंबर 2021 को हड़ताल का नोटिस दिया जाएगा। इसके पहले आज दुर्गापुर स्टील प्लांट में सीटू द्वारा वेतन समझौते के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस दौरान स्टील वर्कर्स फेडरेशन आफ इंडिया के महासचिव ललित मोहन मिश्रा, यूनियन के डीएसपी यूनिट संयुक्त सचिव विश्वरूप बनर्जी एवं सौरव दत्ता आदि समेत बड़ी संख्या में यूनियन कार्यकर्ता मौजूद थे।




प्रदर्शन के दौरान वेतन समझौता को अपमानजनक एवं काला समझौता करार देते हुए सीटू नेताओं ने कहा कि स्थायी एवं ठेका कर्मियों के वेतन संशोधन के लंबे समय से लंबित मुद्दों पर एनजेसीएस में अत्यंत विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है। भाग लेने वाली कुछ यूनियनें प्रबंधन की विभाजनकारी रणनीति में फंस गई हैं और श्रमिकों के समूह के बीच सहमति का उल्लंघन करते हुए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौता ज्ञापन अत्यधिक भेदभावपूर्ण, नकारात्मक परिस्थितियों से भरा, अधूरा और 1/1/2017 से बकाया एरियर भुगतान के बारे में दिशाहीन है। पेंशन अंशदान में समानता, ठेका कर्मियों का वेतन समझौता आदि।
सीटू ने समझौता ज्ञापन के नाम पर भेदभाव, अपमान और अभाव के इस चार्टर को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और 16 दिसंबर (16.12.2021) को उद्योग व्यापी हड़ताल की घोषणा की है। सेल और आरआईएनएल के सभी कर्मचारियों से अपील करते हैं कि वे इस हड़ताल सफल बनायें । ताकि श्रमिकों की लड़ाई मजबूत हो।
SAIL PAY REVISION को CITU की मांगे
1.39 माह का एरियर भुगतान किया जाये2. पर्क्स का एरियर दिया जाये3. 9% के बजाय 6% 2% पेंशन का विरोध4.रात्रि भत्ता, बोनस, छुट्टी अन्य भत्ता कोई प्रतिबद्धता नहीं5.अधिकारी जैसा ऋण नहीं6.घर का किराया बिजली बिल में वृद्धि7. अधिकारियों को 15% 35% बकाया भत्ते के साथ8. एक अतिरिक्त ग्रेड के अधिकारी के लिए नया पदनाम9. अधिकारियों के लिए फर्नीचर भत्ता10. अधिकारियों के लिए लैपटॉप भत्ता11. अधिकारियों की तरह ओपन एंडेड स्केल नहीं12.S11 के बाद किसी भी अतिरिक्त ग्रेड का सृजन नहीं किया गया
Narrow vested interests are trying hard to instigate SAIL & RINL employees to hamper production and stop the progress of SAIL/RINL & employees…demands should be logical and means should be peaceful…otherwise SAIL/RINL will again go in loss…Why these people are not able to get the pay-revision done for Mecon, RINL & Nilanchal Ispat….Mere politics..