एक बिहारी सौ बीमारी ! टीएमसी विधायक ने बढ़ाई मुश्किलें, भाजपा हमलावर
बंगाल मिरर, कोलकाता: आसनसोल उपचुनाव में बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा( Shatrughan Sinha ) को टिकट देकर तृणमूल कांग्रेस को पहले ही आलोचना का सामना कर पड़ रहा था, अब टीएमसी विधायक ने बिहारियों को लेकर आपत्तिनजक भाषण देकर टीएमसी की मुश्किलें चुनाव के पहले बढ़ा दी है. टीएमसी विधायक मनोरंजन व्यापारी ( Manoranjan Byapari ) के इस बयान की देशभर में निंदा की जा रही है। वहीं भाजपा ने इस मुद्दे के हाथों हाथ लपक लिया है।
विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी इस विवाद को लेकर हमलावर हो गये हैं । उन्होंने बालागढ़ के तृणमूल विधायक मनोरंजन ब्यापारी के भाषण का एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें विधायक को ‘एक बिहारी, सौ बीमारी’ कहते सुने गये। यही नहीं वह बंगाल से बिहारियों को भगाकर बीमारी से मुक्त करने को कह रहे हैं। र इस बार मनोरंजन व्यापारी ने उस टिप्पणी के संदर्भ में अपना मुंह खोला. विधायक ने कहा कि उन्हें भी एक बंगाली के रूप में अपमानजनक टिप्पणी सुननी पड़ी थी। इसलिए जवाब देना जरूरी था।
क्या कहा विधायक ने?
विधानसभा में मीडिया से बात करते हुए मनोरंजन ब्यापारी ने कहा कि भाषा चेतना समिति के एक समारोह में शामिल होने के दौरान उन्हें एक बंगाली के रूप में अपमानित होना पड़ा। उन्हें बांग्लादेश जाने के लिए कहा गया क्योंकि वह बंगला में भाषण दिये थे। विधायक का दावा है कि इस तरह के अपमान के बाद जवाबी कार्रवाई करना उनके लिए सामान्य बात है। हालांकि मनोरंजन ने दावा किया कि उन्होंने ‘बिहारी’ शब्द नहीं कहा। वहीं शत्रुघ्न सिन्हा को प्रत्याशी करने को लेकर उन्होंने अपना मुंह खोल दिया है. बालागढ़ के विधायक ने कहा कि शत्रुघ्न ने कभी भी बंगालियों का अपमान नहीं किया, भले ही वह बिहारी हों। उनके अनुसार सम्मान देने से ही सम्मान मिलता है। लेकिन अगर कोई अपमान करता है, तो दुख होता है, उन्होंने कहा।
क्या था उस विवादित वीडियो में?
शुवेंदु द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में दिख रहा है कि मनोरंजन व्यापारी कोलकाता पुस्तक मेले के मंच पर बोल रही हैं। वहां उन्होंने कहा, ‘बिहारी’ कहते हैं, ‘बंगाल में कुछ नहीं है’। विधायक का दावा, सच में बंगाल में कुछ नहीं तो बंगाल में क्यों हो? विधायक को बंगाल छोड़कर गाली देते हुए बिहार जाने की बात करते भी सुना जा रहा है. वह वहां कहते हैं, इतना ही नहीं, विधायक कह रहे है, ‘एक बिहारी का मतलब 100 बीमारी।’ और उस टिप्पणी के कारण विवाद बढ़ा है। हालांकि, बंगाल मिरर ने वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की।
विवाद क्यों?विधानसभा चुनाव के दौरान जब बीजेपी ने बाहरी नेताओं को उतारा था तो ममता बनर्जी के मुहं से ‘बाहरी’ शब्द बार-बार सुनाई देता था. यही बात उन्होंने बिहार के लोगों के मामले में भी कही। वहीं इस बार आसनसोल में तृणमूल ने शत्रुघ्न सिन्हा को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने सवाल किया है कि बिहारी बाबू को क्यों उम्मीदवार किया गया.