West Bengal

Birbhum Massacre : कितने मरे स्पष्ट नहीं, मौत ऐसी की पहचान मुश्किल,  SIT का दौरा, गरमाई सियासत

बंगाल मिरर, बीरभूम :  ( Birbhum Massacre ) बीरभूम के रामपुरहाट के बोगटुई गांव में हुई दिल दहलाने वाली वारदात से राज्य की राजनीति गरमा गई है। कोलकाता से फिरहाद हाकिम घटनास्थल पर पहुंचे। राज्य पुलिस ने घटना की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी। एसआईटी ने दौरा भी किया। वहीं इस कांड में कितने लोगों की मौत हुई है? इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। वहीं सरकार के विभिन्न विभागों में इसे लेकर  विरोधाभास देखने  को मिल  रहा है।  वहीं इस घटना को लेकर भाजपा ने विधानसभा में विरोध जताया और बाद में राजभवन गये। प्रदेश भाजपा  अध्यक्ष डा. सुकांत  मजूमदार ने फिर  कहा कि बंगाल राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है। वहीं टीएमसी प्रवक्ता  कुणाल घोष ने पहले कहा कि घटना  का राजनीति से कोई संबंध नहीं है, लेकिन  फिर यू टर्न लेते हुए कहा कि यह बड़ी राजनीतिक साजिश है। 

Birbhum Massacre

राज्य के पुलिस महानिदेशक ने कहा कि एक घर में आग लगने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई । एक अन्य की अस्पताल में मौत हो गई। यानी भादू की मौत के बाद डीजी के दावे के मुताबिक कुल आठ लोगों की मौत हुई है. हालांकि अस्पताल और बीरभूम के पुलिस अधीक्षक से  उनके आंकड़े से मेल नहीं खातीं.


रामपुरहाट स्टेट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल सूत्रों के अनुसार कुल सात जले हुए शव वहां पहुंच गए हैं। स्थिति ऐसी है कि स्त्री-पुरुष कौन यह बताना मुश्किल है। फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। रिपोर्ट से पता चलेगा कि मरने वालों में कितने पुरुष, कितनी महिलाएं और उनकी उम्र कितनी थी। मंगलवार सुबह घटनास्थल पर खड़े एक दमकल अधिकारी ने कहा कि उन्होंने सोमवार को तीन शव बरामद किए हैं। मंगलवार सुबह एक घर से सात लोगों के शव बरामद किए गए। यानि दमकल विभाग के मुताबिक मरने वालों की संख्या दस है।


वहीं विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया कि घटना को छिपाने के साथ-साथ मरने वालों की संख्या को कम करने का प्रयास किया गया।  गौरतलब है कि रामपुरहाट में सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे एक चाय की दुकान में बैठे हुए बम विस्फोट में स्थानीय पंचायत के उप प्रधान भादू शेख गंभीर रूप से घायल हो गए. अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।  भादू की मौत के एक घंटे के भीतर गांव के कई घरों में आग लगा दी गई. जिससे कई लोगों की मौत हो गई। लेकिन आग में कितने लोग मारे गए? कोहरे का जवाब अभी तक नहीं मिला है।


Birbhum Massacre उधर एसआईटी ने  दौर के बाद कह कि यह कोई दुर्घटना नहीं, आग लगाई गई थी। सिट रामपुरहाट के बोगटुई गांव के जले हुए घर व स्थल का निरीक्षण करने के बाद प्रारंभिक जांच के बाद एसआईटी अधिकारी संजय सिंह ने स्पष्ट किया कि घर में आग लगा दी गई थी। किसने लगाया इसकी जांच की जा रही है। एसआईटी के मुताबिक, 8  लोगों की मौत हुई है। इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. घटना के सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तार किए गए लोग इसी गांव और आसपास के गांवों के रहने वाले हैं। सभी पुरुष है। सीट अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।

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