Lachhipur Redlight में खुशी का माहौल, बांटी मिठाइयाँ
सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी दिशा निर्देश का किया स्वागत
बंगाल मिरर, आसनसोल : ( Celebration in Lachhipur Redlight ) देह व्यापार को लेकर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी दिशा निर्देश ( Significant guidelines on sex work from the Supreme Court) को लेकर यौन कर्मियों में खुशी है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश का स्वागत किया है। आसनसोल के नियामतपुर स्थित चबका और दिशा यौनपल्ली इलाके में ंयौनकर्मीयों ने गुरुवार को देर रात जमकर कर खुशियां मनाई और मिठाइयाँ भी बाँटी यौनपल्ली मे अचानक से यौनकर्मियों द्वारा बाँटी जा रही मिठाइयाँ इलाके के लोगों को हैरान और परेशान कर रही थी हर कोई सोंच मे था की आखिरकार ऐसा क्या हुआ है कौन सी ऐसी बात है जिस कारण यौनकर्मी महिलायें इतनी खुश हैं की वह ख़ुशी के मारे इलाके मे मिठाइयाँ बाँट रही हैं,



वहीं मिडिया के कैमरों से हमेशा खुदको दूर रखने वाली यौनकर्मी महिलायें पहली बार मिडिया के कैमरों के सामने आई और अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुये उन्होने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया, उन्होंने कहा की वो अपने व अपने परिजनों का पेट पालने के लिये इस बदनाम गलियों मे काफी मज़बूरी से आई हैं, और बहुत ही मुश्किल से वह अपने छाती पर पत्थर रखकर दो पैसे का रोजगार करती हैं, उसमे भी पुलिस की गस्ती इस हुस्न के बाजार मे लगातार होती है, और पुलिस बेवजह उनके ग्राहकों को उठा ले जाती है, उनको भी काफी परेशान करती है, उनसे हमेशा अभद्रता से पेश आती है, वह डर से ना तो किसी से कुछ बोल पाती हैं, और ना ही कुछ कह पाती हैं, और चुप -चाप ख़ामोशी से अपने कार्य मे लग जाती हैं,
Lachhipur Redlight उनमे से कई उम्रदराज यौनकर्मीयों को अपना पेट चलाने के लिये राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर जाना पड़ता है, वहाँ पर भी उनको पुलिस के साथ – साथ कुछ स्थानीय युवकों के कहर का सामना करना पड़ता है, वह युवक इन महिलाओं के साथ जोर जबरदस्ती तो करते ही हैं, इनके द्वारा कमाए हुये पैसों मे से भी अपना हिस्सा मांगते हैं, ऐसे मे ये खुद के पास क्या रखें पुलिस को दें या फिर उन युवकों को वह अपने दर्द को बयां कर अपनी किस्मत को कोसती हैं, और वह हमेशा अपने चेहरे पर तो ख़ुशी रखती हैं पर अंदर ही अंदर पुलिस और स्थानीय कुछ युवकों के बेवजह उनको परेशान करने की घटनाओं को लेकर वह हर पल और हर समय वह घुट – घुट कर मरती हैं,
उनका वह दुख सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिये गये फैसलों के साथ खुशियों मे तब्दील हो गया उनकी जिंदगी मे अब यह आशा की किरण जग गई है की अब उनको कोई परेशान नही करेगा अब उनको भी सम्मान के नजर से देखा और उनसे पेश आया जायेगा, उनके ऊपर अत्याचार करने वालों व उनके साथ अभद्रता के साथ पेश आने वालों के खिलाफ कानूनी करवाई होगी जिसको लेकर उन्होंने अपने तहे दिल से सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद भी जताया,