ऑपरेशन महिला सुरक्षा : रेलवे ने चलाया देशव्यापी अभियान, 150 लड़कियों को तस्करी से बचाया
बंगाल मिरर, कुमार पप्पू : समाज में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी के साथ महिला सुरक्षा भी एक अहम मुद्दा बन गया है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर आए दिन सरकारों द्वारा अनेक पहल किए जाते रहे हैं लेकिन जब बात यात्रा के दौरान सुरक्षा की हो, तो ये और जटिल हो जाता है।देश में लोगों द्वारा की जा रही लंबी दूरी के यात्राओं में भारतीय रेलवे का महत्वपूर्ण योगदान है। महिलाओं की सुरक्षा हमेशा भारतीय रेलवे के लिए सर्वोपरि रही है। रेलवे ने रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के सहयोग से महिला सुरक्षा के उद्देश्य को समर्पित एक अखिल भारतीय अभियान “ऑपरेशन महिला सुरक्षा” पिछले महीने 3 से 31 मई तक चलाया।
ऑपरेशन महिला सुरक्षा
लंबी दूरी की यात्राओं में भारतीय रेलवे अपने रेलवे नेटवर्क पर महिला सुरक्षा को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और रेलवे के अग्रिम पंक्ति कर्मचारी भारतीय रेलों में महिलाओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। महिलाओं को यात्रा में और अधिक सुरक्षा देने के लिए रेलवे ने ऑपरेशन महिला सुरक्षा अभियान को चलाया था। इस अभियान के दौरान आरपीएफ ने महिलाओं के लिए आरक्षित कोचों में अनाधिकृत रूप से यात्रा करने वाले 7000 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरपीएफ ने 150 लड़कियों या महिलाओं को मानव तस्करी का शिकार होने से भी बचाया। महीने भर की अवधि वाले इस लंबे अभियान के दौरान आरपीएफ कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए ऐसी 10 महिलाओं की जान बचाई जो ट्रेन में चढ़ते या उतरते समय फिसल गई थीं।
रेलवे सुरक्षा बल का योगदान अहम
रेलवे सुरक्षा बल हमेशा से महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर काफी सजग रही है। इस देशव्यापी अभियान के लिए प्रशिक्षित महिला अधिकारियों और कर्मियों की 283 टीमें प्रतिदिन कुल 1125 महिला आरपीएफ कर्मियों की तैनाती के साथ, भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं, जिन्होंने इस अवधि के दौरान 2 लाख 25 हजार से अधिक महिलाओं के साथ बातचीत की और उन्हें अंत तक सुरक्षा प्रदान की। इस अवधि के दौरान पुरुष और महिला आरपीएफ कर्मियों की मिश्रित संरचना के साथ ट्रेन एस्कॉर्ट ड्यूटी भी व्यापक रूप से लगाई गई थी। मिश्रित एस्कॉर्ट ड्यूटी कुछ महीने पहले शुरू हुई है और इसकी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।
चलाए गए विशेष जागरूकता अभियान
रेल उपयोगकर्ताओं को उनकी सुरक्षा और क्या करें और क्या न करें के बारे में शिक्षित करने के लिए 5742 जागरूकता अभियान आयोजित किए गए। इस जागरूकता अभियानों के माध्यम से महिला यात्रियों को यात्रा के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों से भी मुख्य रूप से अवगत कराया गया। ट्रेनों से यात्रा करने वाली महिला यात्रियों को उनकी पूरी यात्रा के दौरान और बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से एक अखिल भारतीय पहल “मेरी सहेली” भी जारी की गयी है।