Asansol में धूमधाम से हुआ रथयात्रा का आयोजन
इस्कॉन की रथ यात्रा में शामिल हुए सांसद और मंत्री आसनसोल गांव में निकली ऐतिहासिक रथ यात्रा
बंगाल मिरर, आसनसोल : Asansol में धूमधाम से हुआ रथ यात्रा का आयोजन । कोरोना संकट के कारण 2 साल बाद निकाले गए रथ यात्रा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह दिखा यही कारण था कि बारिश के बावजूद भक्त झूमते हुए शामिल हुए
13 साल पुरानी इस्कॉन की रथ यात्रा आसनसोल के एसबी गोरई रोड पर बुद्धा मैदान के पास बेनीमाधब नगर स्थित पुराने इस्कॉन मंदिर से दोपहर 3.30 बजे शुरू हुई. राज्य के कानून एवं निर्माण मंत्री मलय घटक और आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने रस्सियां खींचकर पूजा-अर्चना कर शुरुआत की. आसनसोल के उपमेयर अभिजीत घटक, चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, पार्षद और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। लेकिन जैसे ही जुलूस एसबी गोरई रोड से आसनसोल जिला अस्पताल की ओर बढ़ा, तेज बारिश शुरू हो गई. बारिश को नजरअंदाज करते हुए भक्त रस्सियों को खींचते रहे। इस वर्ष आसनसोल इस्कॉन के रथ का पुनर्निर्माण किया गया है। शाम को बारिश के बाद रथ एसबी गोराई रोड, जीटी रोड, बीएनआर, आसनसोल कोर्ट बाजार होते हुए बुद्ध मैदान पहुंचा। इस बुद्ध मैदान में रथ के साथ जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा होंगे। यहां अस्थाई मौसी का घर बनाया गया है। इस बुद्धा मैदान में 9 जुलाई को रथ होगा। यहां हर दिन मेले और विभिन्न कार्यक्रम होंगे। प्रसाद भी बांटा जाएगा। उल्टे रथ के दिन 9 जुलाई को शोभा यात्रा फिर निकल जाएगी और इस रथ में जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा वापस इस्कॉन मंदिर लौटेंगे।
सांसद बनने के बाद पहली बार पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा आसनसोल में इस्कॉन के जुलूस में शामिल होकर बेहद खुश हुए। “मुझे बहुत अच्छा लग रहा है,” उन्होंने कहा। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि आसनसोल के सभी लोग स्वस्थ हों। कोई विभाजन नहीं होना चाहिए। सब एक साथ रहने लगते हैं। मनाया जाता है। हालांकि बारिश के लिए रथ यात्रा की खुशी थोड़ी है, लेकिन मिट्टी चली गई, कहने की जरूरत नहीं है।
आसनसोल के सबसे प्राचीन मंदिर गौर मंदिर से भी एक रथ यात्रा निकाली गई। यहां भी बड़ी संख्या में भक्तों जा हुजूम उमड़ा। सुसज्जित रथ पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलराम की सवारी निकली। रथ की रस्सी खींचने के लिए भक्तों के बीच भारी उत्साह देखा गया।
इस संबंध में सचिन राय ने बताया कि गौर मंदिर आसनसोल की प्राचीनतम मंदिर है और सदियों से यहां रथ यात्रा का आयोजन होता आया है। इस साल भी धूमधाम से रथ यात्रा निकाली गई जिसमें सिर्फ आसनसोल ही नहीं बल्कि अन्य इलाकों से भक्तों का हुजूम उमड़ा।