ASANSOL-BURNPUR

गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल द्वारा दस्तार मुकाबले 

महान योद्धा भाई तारु सिंह  जी का शहीदी पर्व गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के द्वारा बर्नपुर में

बंगाल मिरर, बर्नपुर :  सिख इतिहास खूनी पन्नों से भरा हुआ है अनगिनत सिखों ने जुल्म के खिलाफ लड़ते हुए शहादत दी है। महान योद्धा भाई तारु सिंघ जी का शहीदी पर्व गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के द्वारा बर्नपुर में पालन किया गया। 1745 ई• में जकरिया खान के समय में भाई तारु सिंघ जी लोगों की सेवा करते थे इसलिए जकरिया खान ने उन्हें सजा सुनाई और उनके केश कत्ल करवाने का हुक्म जारी किया, पर भाई तारु सिंघ जी ने केश कत्ल करवाने से इनकार किया और अपनी खोपड़ी उतरवाने के लिए तैयार हो गए उस समय की हुकूमत ने जुल्म की इंतहा पार करते हुए भाई तारु सिंह जी की खोपड़ी उतार कर उनको शहीद कर दिया ।इसीलिए गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल पश्चिम बंगाल और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बर्नपुर के द्वारा उनकी शहादत को याद करते हुए दस्तार मुकाबले करवाए गए जिसमें तकरीबन 25 बच्चों ने भाग लिया ,इस प्रतियोगिता में प्रतियोगियों को दो वर्गों में बांटा गया जिसमें लड़कीयों और लड़कों ने बहुत ही सुंदर दस्तारे सजाई और उन्हें इनाम देकर सम्मानित किया गया।

10 से 15 साल लड़कों में

विशेष ईनाम दलजीत सिंघ, प्रथम पुरस्कार मनप्रीत सिंघ, द्वितीय पुरस्कार जसबीर सिंघ ,और तृतीय पुरस्कार राजबीर सिंघ ने प्राप्त किया 10 से 15 साल लड़कियों में प्रथम पुरस्कार हरप्रीत कौर, द्वितीय पुरस्कार जसरमन कौर, और तृतीय पुरस्कार प्रभजोत कौर ने प्राप्त किया । 16 से 22 साल के ग्रुप में प्रथम पुरस्कार अमरदीप सिंघ, द्वितीय पुरस्कार गुरवंश सिंघ ,और तृतीय पुरस्कार ओंकार सिंघ ने प्राप्त किया लड़कियों में प्रथम पुरस्कार अमनप्रीत कौर, द्वितीय पुरस्कार हरमनजोत कौर, और तृतीय पुरस्कार मनप्रीत कौर ने प्राप्त किया।

भाई तारु सिंह जी के इतिहास के बारे में परवलिया से आई सरदार जसपाल सिंघ की सुपुत्री बीबा प्रभजोत कौर ने विचार प्रकट किए तत्पश्चात गुरु गोबिंद सिंघ स्टडी सर्कल पूर्वी भारत के सचिव सरदार गुरविंदर सिंघ जी ने लोगों को प्रेरणा दी कि हमें अपने धर्म में परिपक्व रहना चाहिए और सिक्खी केशां श्वास तक निभानी चाहिए ।गुरद्वारा बर्नपुर प्रबंधक कमेटी के सचिव सरदार सुरेंद्र सिंह जी ने बहुत सहयोग किया इसके लिए स्टडी सर्कल के द्वारा उनका धन्यवाद भी किया गया और उनको सम्मानित किया गया । गुरुद्वारा परवलिया के अध्यक्ष सरदार मलकीत सिंघ जी, बर्नपुर के सरदार हरजीत सिंघ मक्कर, गुरुद्वारा बर्नपुर के हजूरी ग्रंथी भाई दीदार सिंघ एवं सह ग्रंथी को स्टडी सर्कल की टीम के द्वारा सम्मानित किया गया ।

गुरु गोबिंद सिंघ स्टडी सर्कल से सरदार गुरदीप सिंघ जी रानीगंज ,सरदार गुरदीप सिंघ जी आसनसोल ,सरदार जसवीर सिंघ जी रानीगंज, सरदार गुरप्रीत सिंघ जी कुमारडुबी बीबी जसवीर कौर बडा़कर ,बीबी रविंदर कौर चिनाकुरी मनप्रीत कौर और गुरविंदर कौर सांता डंगाल बर्नपुरआदि उपस्थित थे और उन्हों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया गुरु गोबिंद सिंघ स्टडी सर्कल लगातार बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक तरह के कार्यक्रम आयोजित करती आ रही है और अपना 50 वां स्थापना दिवस मनाते हुए आगे भी और बहुत सारे कार्य करेगी ताकि बच्चों को ज्यादा से ज्यादा धर्म की जानकारी दी जा सके।

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