मीठू घांटी ने अपने बेटे शुभोजीत घांटी की शादी के उपलक्ष्य में सामाजिक सेवा का सराहनीय कार्य किया
बंगाल मिरर, आसनसोल : कहा जाता है कि मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। स्वामी विवेकानंद ने भी कहा है कि जो संसार के जीवों से प्रेम करता है, वहीं ईश्वर की सेवा के समान है। इन्हीं बातों पर चलकर आसनसोल के विशिष्ट व्यवसायी सह समाजसेवी सुब्रत घांटी (मीठू घांटी) ने अपने बेटे शुभोजीत घांटी की शादी के उपलक्ष्य में सामाजिक सेवा का सराहनीय कार्य किया। उन्होंने मंगलवार को बर्नपुर के ढाकेश्वरी स्थित ढाकेश्वरी वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्ध-वृद्धाओं को दोपहर का भोजन करवाया। गौरतलब है कि ढाकेश्वरी वृद्धाश्रम में दर्जनों वृद्ध-वृद्धा रहते हैं। सुब्रत घांटी की पहल पर इन सभी वृद्ध-वृद्धाओं को और कर्मचारियों को दोपहर का भोजन कराया गया।
उन्होंने कहा कि जब भी किसी परिवार में किसी की शादी होती है तो लोग अतिथियों को बुलाते है। बड़ी-बड़ी पार्टियों का आयोजन करते हैं। लेकिन उनकी इच्छा थी कि उनके बेटे और बहू का विवाहित जीवन इन वृद्ध-वृद्धाओं के आशीर्वाद के साथ शुरू हो। जिनको उनके अपने ही परिवार वालों ने नहीं अपनाया। वहीं उन्होंने कहा कि समाज के ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए ऐसी पहल किया। समाज में इस प्रकार की प्रथा खत्म करना होगा।
उन्होंने कहा कि वृद्धाश्रम में वह लोग रहते है जिनका इस संसार में कोई नहीं है। वहीं देखा गया कि वृद्धाश्रम में वैसे लोग हैं, जिनको उनके बच्चे घर से प्रताड़ित कर यहां रखा है। इस पहल से वह इन लोगों के जिंदगी में पल भर के लिए ही सही लेकिन खुशी के कुछ पल देना चाहे। इससे उनके दिलों को जो खुशी मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनके बेटे और बहू को जो आशीर्वाद देंगे उनको पूरा विश्वास है की इससे उनके बेटे और बहू का जीवन सुख और समृद्धि से भरा होगा। इस मौके पर यहां मृणाल मुखर्जी, आशीष चटर्जी, समीर कुमार सामंता, अर्चना घोष सहित इस वृद्धाश्रम के तमाम वृद्धाओं और कर्मचारी उपस्थित थे।