Asansol RPF ने ट्रेन में बिछड़े बच्चों को मिलाया मां से, घर छोड़कर भागे युवक को पहुंचाया परिजनों के पास
बंगाल मिरर, आसनसोल: Asansol RPF ने ट्रेन में बिछड़े बच्चों को मिलाया मां से, घर छोड़कर भागे युवक को पहुंचाया परिजनों के पास। आसनसोल में रेलवे सुरक्षा बल की सक्रियता से लगातार सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं घर छोड़कर या भटक कर पहुंचे बच्चों या युवक-युवतियों को आरपीएफ तत्परता से पकड़कर उनके परिजनों तक पहुंचा रही है ।




इसी क्रम में देहरादून हावड़ा एक्सप्रेस हावड़ा पिलखाना की रहने वाली एक महिला यात्री जिनका नाम पिंकी झा वह अपने दो बच्चे एक बेटा एक बेटी को लेकर बनारस से हावड़ा आ रही थी उसी भी सुबह के समय धनबाद ट्रेन पहुंचते ही ही उनका ट्रेन से चोर उनका पर्स लेकर फरार हो गए वह चिल्लाती रह गई कई ऐसे यात्री भी लेकर जाते हुए उन्हें देखा उसके बाद ट्रेन को रोककर महिला ने पकड़ने के भी कोशिश की मगर वह फरार निकला उस बैग में दो कीमती मोबाइल कुछ पैसे पर उसके बाद महिला ने जीआरपी धनबाद को कंप्लेन किया उसी के बीच वह नर्वस हो कर भूल गई कि मेरे साथ दो बच्चे भी ट्रेन में है ।
ट्रेन वहां से खुल गई तभी महिला ने बताया कि उस ट्रेन में हमारे दो बच्चे हैं उसी दौरान वहां के लोग आसनसोल के डिप्टी एसएस को इसकी जानकारी दी डिप्टी एसएस ने तत्काल आरपीएफ वेस्ट पोस्ट के प्रभारी को इसकी जानकारी दी प्रभारी ने अपने अधिकारी एवं कर्मचारी को उस डाली को अटेंड करने के लिए कहा कोच नंबर एस 9 12 और 14 बर्थ मे दोनों बच्चे को रिकवर कर कर वेस्ट पोस्ट कार्यालय लाया गया उसके बाद उनकी मम्मी पिंकी दूसरी ट्रेन पकड़कर आसनसोल आई वेस्ट पोस्ट स में जाकर अधिकारियों लोगों से मिलकर अपना परिचय और लिखित देकर दोनों बच्चे को लेकर वापस गई कई दिनों से ऐसा देखा जा रहा है कि स्टेशनों पर बच्चे कुछ ज्यादा ही मिल रहे हैं
आसनसोल रेलवे स्टेशन में कल रात हावड़ा दानापुर एक्सप्रेस से बैचलर कंप्यूटर एप्लीकेशन के छात्र टॉलीगंज गोल ब्रिज के पास का रहने वाला अपने मां से कुछ बातों को लेकर विवाद हो जाने के कारण कॉलेज गया था कॉलेज जाने के बाद वहां से भागकर किसी ट्रेन पकड़कर बर्दवान चला आया

बर्दवान से रात के समय हावड़ा दानापुर के एस 9के कोच में बैठकर सफर कर रहा था उसी दौरान हावड़ा के स्कॉट पार्टी ट्रेन पर स्काउटिंग कर रहे थे तभी उनकी नजर गई उस बच्चे के ऊपर बच्चे काफी घबराता हुआ दिखा बच्चों से पूछताछ के बाद उन्होंने अपनी कहानी बताएं उसके बाद वेस्ट पोस्ट मे लड़का को सौंप वेस्ट पोस्ट उनके माता-पिता को इसकी इसकी जानकारी दी माता-पिता लिखित देकर बच्चे को वापस ले गई