Monalisa Das लौटी केएनयू में, विवाद पर खोला मुहं
कहा घोटाले से कोई संबंध नहीं, ईमानदार शिक्षक और शिक्षक परिवार से हूं
बंगाल मिरर, आसनसोल : पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी एसएससी घोटाले में न्यायिक हिरासत में है । इस घोटाले को लेकर पार्थ चटर्जी घनिष्ठ होने को लेकर आसनसोल के काजी नजरुल विश्वविद्यालय की बांग्ला विभागाध्यक्ष मोनालिसा दास ( Monalisa Das) का नाम भी उछला था । उस समय से मोनालिसा दास केएनयू में नहीं आ रही थी । विभिन्न मीडिया में मोनालिसा दास का नाम भी बार – बार लिया जा रहा है और आरोप लगाए जा रहे थे कि वह भी इस पूरे घोटाले में शामिल है । विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा काजी नजरूल विश्वविद्यालय से मोनालिसा दास को हटाने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा गया । वहीं सोमवार को मोनालिसा दास केएनयू पहुंची।




पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि क्या आप शिक्षा घोटाले में शामिल है तो उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया । उन्होंने कहा कि उनका इस मामले से कोई लेना – देना नहीं है । उन्होंने कहा कि वह पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी नामक किसी महिला को नहीं पहचानती हैं । उन्होंने कहा कि वह काजी नजरूल विश्वविद्यालय की अध्यापिका है और वह काम से वापस एसबी गोरई रोड स्थित अपने घर जा रही है ।
काजी नजरूल विश्वविद्यालय में एक सेमिनार हुआ था जिसमें मोनालिसा दास ( Monalisa Das) का नाम था लेकिन बाद में उनके नाम को हटा दिया गया । उनसे यह सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पहले उनका नाम था लेकिन उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई और वह सेमिनार में शामिल नहीं हो सकी थी । इसलिए उनका नाम हटा दिया गया । उन्होंने बताया कि शारीरिक अस्वस्था एवं पारिवारिक काम में व्यस्त थी । उन्होंने कहा कि उनका इस पूरे घोटाले से कोई लेना देना नहीं है । उन पर लगे तमाम आरोप बेबुनियाद है, वह एक ईमानदार शिक्षक और शिक्षक परिवार से हैं।