नोनिया समाज संघ की बैठक, संगठित होने का आह्वान
बंगाल मिरर, साबिर अली, कुल्टी– पश्चिम बंगाल नोनिया समाज संघ की एक बैठक फतेहपुर मैरिज हॉल में संपन्न हुई जिसमें मुख्य अथिति के रूप में पश्चिम बंगाल नोनिया समाज संघ के केंद्रीय अध्यक्ष बिशुंदेव नोनिया, सहित कई नोनिया संगठन के गणमान्य व्यक्तिगत उपस्थित रहे। सर्वप्रथम अतिथियों पुष्प कुछ दे कर सम्मानित किया गया
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मंच की अध्यक्षता करते बिसुनदेव नोनिया ने कहा कि नोनिया समाज को संगठित करने के लिए हमारे मंच से नोनिया के प्रत्येक संगठन और सभी सह जातियों को हम आवाहन करना चाहते हैं ।,कि हम एक होकर संगठित हो कर अपने जाति को शिक्षित और संगठित कर सके। हमें एक बरगद के समान सभी धर्म और जाति को शीतलता प्रदान करते हुए अपने संगठन को मजबूती प्रदान कर अपना अधिकार को पाना ही हमारा लक्ष्य है। क्योंकि जो समाज संगठित रहता है। उसे ही अपना अधिकार मिलता है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले वर्ष के अंतिम में वे दिल्ली गए थे जिसमें पूरे भारत के नोनिया समाज के प्रतिनिधि उपस्थित हुए थे तभी हमने जाना कि भारत की करीबन 12% से 13% आबादी हमारे स्वजाति की हैं। हमारे जाति भारत के सभी राज्यों में वास करती है यहां तक दक्षिण भारत में भी हमारे जाति की काफी संख्या वास करती है। हम लोग पंजाब गुजरात महाराष्ट्र राज्यों में भी काफी संख्या में हैं। परंतु हम लोग एकत्रित और संगठित नहीं होने के कारण अपनी शक्ति को नहीं पहचान रहे हैं। हमें पश्चिम बंगाल में भी एकत्रित होकर अपने संगठन को मजबूत बनाना है।
उन्होंने कहा कि हमारे पश्चिम बर्दवान में करीबन एक से सवा लाख नोनिया की आबादी है परंतु हमें जिस प्रकार अधिकार ओर सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिला रहा हैं। हम संगठित हुए तो आने वाले समय में राजनीतिक कद भी हमारा काफी ऊंचा रहेगा हमें मौलिक अधिकार भी मिले गा। और हमारा समाज अंग्रेजों से सबसे पहले आजादी की लड़ाई लड़ी थी। साथ ही महात्मा गांधी के साथ नमक आंदोलन किया परंतु इतिहास के पन्नों में हमारा समाज पिछड़ गया। जिसके कारण लोग इनकी गाथा को भूल गए। उन्होंने कहा कि हमें अपने समाज को संगठन करते हुए जिला स्थल से ब्लॉक स्तर तक कमेटी बनाने की योजना की है। जो जल्द ही धरातल पर लाया जाएगा। मौके पर हुगली जिला, हावड़ा कोलकाता तथा नोनिया रचनात्मक संघ के डेलिगेट्स ने बैठक में अपनी उपस्थिति दर्ज की। और सभी ने एक साथ मिलाकर नोनिया जाति को संगठित करने की मांग रखी।
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