महिलाओं और युवा छात्र–छात्राओं के हित के साथ समाजिक कुरीतियों के खिलाफ देश के लिये करेंगी कार्य : भारती मेहता
रचनात्मक नोनिया संयुक्त संघ द्वारा महा राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित
बंगाल मिरर, बर्नपुर – बर्नपुर स्थित संप्रीती भवन मे रचनात्मक नोनिया संयुक्त संघ द्वारा आयोजित एक दिवसीय महा राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम के दौरान नोनिया बेलदार समाज के 11 राज्यों से प्रतिनिधि दल कार्यक्रम मे हिस्सा लेने पहुँचे, जिन्होंने कार्यक्रम मे उपस्थित नोनिया समाज के उत्थान को लेकर अपनी -अपनी बातें रखीं, वहीं इस कार्यक्रम मे मुख्य रूप से उपस्थित बिहार की जदयू राज्य सेकेट्री भारती मेहता ने समाज के उथान को लेकर अपनी बातें रखते हुए यह कहा की बंगाल ही नही अन्य राज्यों मे भी नोनिया बेलदार समाज सैक्षनिक, आर्थिक और समाजिक तौर पर नारी शसक्ति करन मे भी काफी पिछड़ा समाज रहा है, समाज के उत्थान के लिये सिक्षा का होना काफी जरुरी है, जिसके बढ़ावे के लिये समाज महा राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम के दौरान समाज के युवा छात्र और छात्राओं को सम्मानित करने का कार्य कर रहे हैं,
वहीं भारती मेहता ने यह भी कहा की बंगाल ही नही देश मे किसी भी महिलाओं और युवा छात्र -छात्राओं के साथ -साथ समाजिक कुरीतियों के खिलाफ देश के लिये कार्य करेंगी, हम बताते चलें की पश्चिम बंगाल मे पंचायत चुनाव भी होना है, ऐसे मे बिहार के जदयू स्टेट सेकेट्री भारती मेहता का बंगाल दौरा साथ ही उनके दौरे मे 11 राज्यों से आए नोनिया बेलदार समाज के प्रतिनिधि दल का एक जगह वह भी एक मंच पर जुटान कुछ और ही इसारा कर्ता है, हालांकि भारती मेहता ने अपने इस बंगाल दौरे को राजनीती दौरे से अलग रखते हुए यह कहा की वह समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम मे हिस्सा लेने पहुँची हैं, उनके साथ अन्य 11 राज्यों के प्रतिनिधि भी पहुँचे हैं,
उन्होने कहा उनका बंगाल दौरा या फिर इस आयोजित कार्यक्रम का किसी भी राजनीती से कोई लेना -देना नही है, वहीं उन्होने बिहार मे शराब बंदी के दौरान हुई मौत की घटनाओ को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के पक्ष मे बयान देते हुए यह कहा की बिहार मे शराब पीकर जो लोग मरे हैं, उस मौत के जिम्मेवार वह खुद हैं, जब नितीश कुमार शराब बंदी कर दिए वह बार -बार मना कर रहे हैं की शराब मत पिये, शराब के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है, जिसके बावजूद अगर कोई शराब का सेवन कर के मरेगा उसका जिम्मेवार कौन होगा राज्य सरकार तो नही होगी वहीं उन्होने यह भी कहा की उनको गुरुदेव रबिन्द्र नाथ टैगोर की धर्ती बंगाल मे कदम रखने का मौका मिला है, जिससे वह काफी खुश है, जिस ख़ुशी को वह खुद कल्पना नही कर सक्ति।