नए साल में तृणमूल सुप्रीमो की जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक, होगी नये अभियान की शुरूआत
बंगाल मिरर, कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस (TMC) पहले की योजना के अनुसार नए साल की शुरुआत में पार्टी के नए जनसंपर्क कार्यक्रम की घोषणा करने जा रही है। तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पार्टी के सांसदों, विधायकों और पंचायत स्तर पर पार्टी का नेतृत्व कर रहे जनप्रतिनिधियों को 2 जनवरी को बैठक के लिए बुलायी है।इसमें अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी व समस्त शीर्ष नेतृत्व रहेगा।




उस दिन से ममता बनर्जी पंचायत के लिए बिल्कुल नए कार्यक्रम के साथ पार्टी को मैदान में उतारेंगी। क्षेत्र में विधायक (सांसद-विधायक) कैसे काम कर रहे हैं, अन्य क्षेत्रों के विधायक जाकर यह देखेंगे। ऐसे में विधायक क्षेत्र बदलने के बाद दूसरे क्षेत्र की खबर की सूचना नेतृत्व को देंगे। पंचायत स्तर तक इस बुनियादी ढांचे पर खड़े होकर पंचायत के समक्ष जनप्रतिनिधियों के कार्यों का सर्वेक्षण पार्टी करेगी। माना जा रहा है कि ममता नजरूल मंच से अपने पूरे कार्यक्रम की घोषणा करेंगी.
दरअसल, तृणमूल (TMC) जमीनी स्तर की खबर लेना चाहती है. इसलिए अभिनव कार्यक्रमों का विचार लिया गया। जो विधायक है, वह अपने स क्षेत्र को छोड़कर पड़ोस के विधान सभा क्षेत्र में जाकर काम देखेंगे और मूल्यांकन करेंगे। एक और विधायक उनका काम देखने आएगा। और जो क्षेत्र का ग्राम प्रधान होगा, उसके बगल वाले क्षेत्र में जाना होगा। उनके क्षेत्र में कोई और जिम्मेदारी लेगा। पड़ोसी ग्राम प्रधान के काम पर ध्यान देंगे। जहां कोई काम हुआ है, जहां कमी रह गई है, उसकी विस्तृत रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को भेजी जाएगी। इस तरह तृणमूल कांग्रेस नए ढांचे में विधायक से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक जनता की राय लेगी।
प्रारंभिक तौर पर ज्ञात हुआ है कि जनसंपर्क का यह चरण दो माह जनवरी व फरवरी में 10 दिनों तक चलेगा। क्षेत्र का काम गांव, मोहल्ले या समाज के 5 प्रमुख लोगों के मुंह से सुना जाएगा। उस क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की भी रिपोर्ट ली जाएगी। इसके साथ ही ‘दीदी के बोलो’ या ‘बंगध्वनि यात्रा’ जैसे कार्यक्रम का एक बड़ा हिस्सा मजदूरों के घरों में रात बिताना और क्षेत्र के लोगों की बातों को सुनना है।