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SAIL NJCS SUB Committee Meeting : अब उत्पादन और लाभ पर तय होगा Bonus

बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर : SAIL NJCS SUB Committee Meeting : अब उत्पादन और लाभ पर तय होगा Bonus स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ( SAIL ) के कर्मचारियों के लिए बोनस फॉर्मूला बनाने के लिए दिल्ली में आज मीटिंग हुई । इस एनजेसीएस सब-कमेटी की मीटिंग पर इस्पात कर्मियों की निगाहें टिकी हुई थी। 8 फरवरी, 2023 को आयोजित वार्षिक सेल प्रदर्शन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना को अंतिम रूप देने के लिए एनजेसीएस कोर ग्रुप की बैठक में सहमति बनी।

File photo



Bonus के लिए योजना को अंतिम रूप देने के लिए नई दिल्ली में 8 फरवरी 2023 को NJCS कोर ग्रुप में वरिष्ठ ट्रेड यूनियन नेताओं के साथ बैठक हुई

2. निम्नलिखित पर सहमति हुई:

आधार राशि की गणना निम्नानुसार की जाएगी:

पिछले तीन वर्षों में भुगतान की गई औसत बोनस राशि। इसे एक विशेष कारक 1.04 से गुणा किया जाएगा। यह एलपी में वृद्धि प्रतिशत के माध्यम से और पिछले तीन वर्षों के दौरान डीए में वृद्धि के प्रतिशत माध्यम से बढ़ाया जाएगा। (महंगाई भत्ते में औसत वृद्धि पिछले वर्ष में 800 करोड़ रुपये से अधिक के लाभ के मामले में ही लागू किया जाएगा)।

और दो पैरामीटर होंगे:

• उत्पादन पैरामीटर (P1) 80% वेटेज – बिक्री योग्य स्टील उत्पादन (50%) और क्रूड स्टील

उत्पादन (50%)

पीबीटी पैरामीटर (2) 20% वेटेज – पिछले तीन साल के औसत पीबीटी की तुलना में हासिल किया गया पीबीटी

0 उपरोक्त मापदंडों पर 100% पूर्ति से अधिक 1% की वृद्धि के लिए पैरामीटर के अनुरूप आधार राशि में 2% की वृद्धि की जाएगी। 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ प्राप्त करने पर आपसी विचार-विमर्श के बाद अतिरिक्त राशि का भुगतान किया जाएगा।

सेल बोनस समझौता फॉर्मुला
# तीन सालो के लिए
बोनस का आधार राशी
(2023 हेतु)
2022 — 28000
2021—21000
2020—16500
औसत 21833
यह घाटा होने पर भी मिलेगा
(परंतु सेल को आने वाले दिनो मे घाटा नही होगा )
परंतु कुछ नेता आधार राशी 28000 रुपया होने का दावा कर रहे है ।
वही बोनस का अन्य बिंदु

# प्रत्येक साल आधार राशी 1.04 गुणा बढ़ जायेगी
# 800 करोड़ रुपया से अधिक मुनाफा होने पर बोनस मे एक साल का डीए जुड़ेगा

मुनाफा होने पर
# प्रोडक्शन पारामीटर का 80% हिस्सा (क्रुड स्टील का 50% और सैलेबल स्टील का 50%) तथा पीछले तीन सालो के औसत पीबीटी का 20% हिस्सा जुड़ेगा ।
# टारगेट से एक प्रतिशत अधिक उत्पादन होने पर बोनस राशी 2% बढ़ जायेगी 5% अधिक होने पर बोनस राशी 10% बढ़ जायेगी
# मुनाफा 10000 करोड़ से अधिक होने पर स्पेशल बोनस मिलेगा ।
विशेष विशेषताएँ — फॉर्मुला बनने के बावजुद प्रत्येक साल इसकी सहमती के लिए NJCS मिटींग.

इस बैठक में एचएमएस के राजेंद्र सिंह, इंटक से संजीवा रेड्‌डी, बीएन चौबे, एटक के डी. आदिनारायण और बोकारो से रामाश्रय प्रसाद, सीटू के ललित मोहन मिश्र और बिश्वरूप बनर्जी शामिल थे।


बोनस फॉर्मूला तय करने के लिए आज मीटिंग काफी विवादित हो सकती है। वहीं इसकी संभावना भी कम है कि पहली बैठक में ही कोई अंतिम निर्णय होगा क्योंकि अभी चालू वित्त वर्ष का बोनस ही कर्मियों को पूरा नहीं मिल पाया है। दो हिस्सों में बोनस देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक दूसरी किस्त का भुगतान नहीं हो पाया है । यूनियन द्वारा इसे मार्च से पहले भुगतान की मांग की जाएगी।

इंटक बर्नपुर के हरजीत सिंह का कहना है कि कर्मचारी सेल की कमाई में भागीदारी चाहते हैं। इसके लिए स्कीम बनाने पर मीटिंग है। बोनस का बकाया 3100 रुपए कर्मचारियों को मिलना है। उन्होंने बताया कि सभी यूनियन के नेता आपस में चर्चा करेंगे। एक फॉर्मूले पर सहमति बनाने के बाद प्रबंधन के सामने पेश करेंगे।

यूनियन नेताओं का कहना है कि 39 माह का बकाया एरियर, नाइट एलाउंस पर अब तक मीटिंग नहीं बुलाई गई। नवंबर में बोनस की मीटिंग होनी थी, जो अब हो रही है। इसलिए सबसे पहले बकाया एरियर आदि विषयों पर चर्चा होगी। बोनस की शेष राशि भी बकाया है। कल होने वाली मीटिंग से पहले मंगलवार दिन में डायरेक्टर पर्सनल से बात होगी। सीटू का कहना है कि बोनस फॉर्मूला बनाना ही होगा। प्रबंधन का फॉर्मूला कर्मचारियों को खुश नहीं कर पाता है। एक तरफ पीआरपी के रूप में मोटी रकम और कर्मचारियों को चंद हजार में रोकने की परंपरा औद्योगिक सौहार्द्र के लिए ठीक नहीं है।
पीआरपी और बोनस के बीच बड़ा अंतर है, इसे कम करना होगा।

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