ECL क्वार्टर में भाजपा कार्यालय खोलने को लेकर टकराव, विधायक की अधिकारियों को धमकी
बंगाल मिरर, रानीगंज : ईसीएल के कुनस्तोड़िया क्षेत्र के अमृत नगर कोलियरी क्षेत्र में ईसीएल के एक बंद आवास को भाजपा कार्यालय बताने को लेकर स्थानीय विधायक अग्निमित्रा पाल की मौजूदगी में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। सुबह से ही भाजपा कार्यकर्ता व समर्थक आवास पर कब्जा करने के इरादे से पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें पुलिस प्रशासन व ईसीएल के सुरक्षा गार्डों ने रोक लिया. बाद में जब विधायक अग्निमित्रा पाल को इस बात की जानकारी दी गई।दोपहर में जैसे ही वे पार्टी कार्यालय पहुंची और उनके साथ स्थानीय एजेंट राज कुमार बंद्योपाध्याय और निजी प्रबंधक दिनबंधु मंडल आए. वे बार-बार विधायक को आवास छोड़ने के लिए कह रहे थे, लेकिन विधायक ने चिल्लाते हुए मांग किया कि जब अन्य सभी क्षेत्रों में आवास पर कब्जा किया जा रहा था तब आप कहां थे? बाकी सभी इलाकों में अगर ईसीएल की जमीन पर बंगला, आवास योजना के घर बने भी हैं तो वो आपको क्यों नहीं दिख रहे हैं? इस तरह की बातें करते हुए उन्होंने सीएमडी और जीएम से इस मामले में बात करने का दावा किया और कहा कि वह आवास नहीं छोड़ेंगे और दावा किया कि विधायक कार्यालय वहीं बनाया जाएगा.
इन्हीं बातों के दौरान जब कार्मिक प्रबंधक ने विधायक से कहा कि यह अनुचित है तो उनके साथ मौजूद सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उन अधिकारियों से उलझना करना शुरू कर दिया. मामले को भांपते हुए पुलि स प्रशासन ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए ईसीएल के उन सभी अधिकारियों को मौके से हटा दिया. विधायक उस कार्यालय में बैठी रही और अपने फैसले पर अड़ीरही. वह इस मामले में कोयला मंत्रालय से भी बात करेंगी। अग्निमित्रा पाल ने दावा किया कि उनका विधायक कार्यालय यहां रहेगा। इस बीच, तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष देवनारायण दास ने दावा किया कि इस घटना के मद्देनजर विधायक अग्निमित्र पाल को इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी। उन्होंने दावा किया कि विधायक को इस तरह से अमर्यादित शब्द नहीं बोलने चाहिए। उनका यह भी दावा है कि वह पंचायत चुनाव से पहले तनाव फैलाने के लिए इस तरह की बातें और व्यवहार कर रही हैं। गौरतलब है कि विधायक बर्नपुर में एक ओर टीएमसी पर सेल आईएसपी के क्वार्टर कब्जा करने का आरोप लगातीहै, वहीं दूसरी ओर ईसीएल में खुद यह रवैया अपना रही है।