Asansol Loksbha Election 2024 : SBFCI ने राजनीतिक दलों के सामने रखें 8 मुद्दे
बंगाल मिरर, आसनसोल : आसनसोल में 13 मई को मतदान होगा उससे पहले आज आसनसोल में साउथ बंगाल फेडरेशन ऑफ चैंबर्स एंड इंडस्ट्रीज ( एसबीएफसीआई ) की तरफ से एक प्रेस मीट की गई इस प्रेस मीट को जगदीश बागड़ी वी के ढल हरिनारायण अग्रवालअनिल जालान, पवन गुटगुटिया जैसे विशिष्ट नागरिकों ने संबोधित किया इस मौके पर जगदीश बागड़ी ने कहा कि आने वाला लोकसभा का चुनाव आसनसोल के लिए बेहद महत्वपूर्ण है यह तय करेगा कि आने वाले समय में आसनसोल के उन कार्यों का क्या होगा जो केंद्र सरकार के दायरे में आते हैं उन्होंने कहा कि आसनसोल में 45% ऐसी जगह है जो केंद्र सरकार के अधीन आती है लेकिन वहां पर राज्य सरकार का कोई अधिकार नहीं होता वह वहां पर एक स्ट्रीट लाइट तक नहीं लगा सकती लेकिन ऐसे में अगर यहां पर सांसद प्रखर रूप से आसनसोल की बात संसद में नहीं रखते हैं तो आसनसोल का विकास संभव नहीं है
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 20000 करोड रुपए से सेल आईएसपी आधुनीकीकरण के बाद कारखाने का उद्घाटन किया लेकिन इसके बाद वहां पर छोटे-छोटे कार्यों को भी बाहर के उद्योगपतियों को दिया जा रहा है स्थानीय उद्योगपतियों को कम नहीं मिल रहा है जिस वजह से यहां पर यहां के उद्योगपतियों का विकास नहीं हो पा रहा है और ऐसे में इस क्षेत्र का विकास भी संभव नहीं हो पा रहा है उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि यहां पर किसी स्थानीय व्यक्ति को टिकट दिया जाए जो यहां के लोगों की बातों को समझे यहां के लोगों की परेशानियों को समझें और उनको लोकसभा में उठा सके उन्होंने कहा कि जब यहां पर वंश गोपाल चौधरी सांसद थे तब वह भी विपक्षी दल के थे लेकिन उनके समय में रानीगंज सहित इस औद्योगिक क्षेत्र में काफी विकास हुआ इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आसनसोल में यहां का कोई स्थानीय व्यक्ति संसद का चुनाव लड़े
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अधीन जो भी कार्य हैं वह अच्छी तरह से किया जा रहे हैं मंत्री मलय घटक बहुत खूबसूरती से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं लेकिन यह बहुत जरूरी है कि हमें एक ऐसा सांसद मिले जो यहां की परेशानियों को लोकसभा में उठा सके वहीं वी के ढल ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि यह बड़े अफसोस की बात है कि यहां पर जो राजनीतिक दल हैं वह अप्रसांगिक बातों को सामने ला रहे हैं जिनसे लोगों की बुनियादी जरूरत का कोई संबंध नहीं है उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया कि वह लोगों की समस्याओं को केंद्र में रखते हुए अपनी नीतियां तय करें सांसद स्थानीय हो या बाहरी यह जरूरी नहीं है जरूरी यह है कि वह यहां की समस्याओं को दूर करें