चैती छठ का पहला अर्घ्य आज तैयारियां पूरी, प्रभु छठ घाट पर विशेष व्यवस्था
बंगाल मिरर, आसनसोल : चैत्र में बासंतीय नवरात्रि के साथ ही चैती छठ का महापर्व भी आता है। इस दौरान छठी माता और सूर्य देव की पूजा का विधान है। मान्यताओं के अनुसार चैती छठ के दौरान व्रत रखने से छठी माता की कृपा से संतान की आयु लंबी होती है, वहीं सूर्य देव के आशीर्वाद से जीवन में ऊर्जा और सुख-समृद्धि बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि चैती छठ की शुरुआत कब से हो रही है और किस दिन इसका समापन होगा। आज षष्ठी पर चैती छठ का पहला अर्घ्य दिया जाएगा इसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है।
शिल्पांचल के कल्ला प्रभु छठ घाट पर व्रतियों की सेवा की तैयारी पूरी – आस्था का महापर्व चैती चैती छठ या छठ का जब बात आती है, शिल्पांचल के लोग एक बार जरूर कल्ला छठ घाट को याद करते है। इसका मुख्य कारण बीते 46 वर्षो से यहां ली क्लब की ओर से छठ घाट की जो मनोरम दृश्य बनाया जाता है। शायद ही कही और देखने को मिलता है।वर्ष भी कल्ला प्रभु छठ घाट पर पूरी तैयारी हो गई है। लाइटिंग, साफ-सफाई, पूरी हो गई है। छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो उसके लिए ली क्लब के सदस्य हर जगह पर तैनात रहेंगे। व्रतियों के लिए पूजन सामग्री सहित दूध, दातून एवं अन्य सामग्री भी घाट से क्लब की ओर से दी जाती है। ली क्लब के सचिव सह विशिष्ट समाजसेवी, व्यवसायी कृष्णा प्रसाद का पूरा सहयोग रहता है।