Asansol में Pawan Singh का कार्यक्रम रद्द
बंगाल मिरर, आसनसोल:;Asansol में Pawan Singh का कार्यक्रम रद्द। विवादों के कारण एक बार फिर आसनसोल में पवन सिंह का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है हालांकि आयोजन विवाद से कार्यक्रम रद्द होने का कोई संबंध नहीं बता रहे हैं लेकिन माना जा रहा है की असली कारण यही है इसके पहले भी पवन सिंह के कार्यक्रम को लेकर काफी विवाद हुआ था। कृष्णेन्दु मुखर्जी जब तृणमूल कांग्रेस के करीबी थे तब उन्होंने पवन सिंह का कार्यक्रम करने की योजना बनाई थी उस समय भी इसे लेकर काफी लंबी राजनीति हुई थी। वहीं भाजपा द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने पर भी पवन सिंह का विरोध हुआ था अब एक बार फिर आसनसोल से पवन सिंह का विवादों के कारण संपर्क टूट गया।
जिला युवा तृणमूल सचिव प्रेमपाल सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बहुला में काली पूजा के उपलक्ष में आयोजित होने वाले सभी सांस्कृतिक आयोजन रद्द कर दिए गए हैं। जिस जगह पर आयोजन होना था वह जगह पर्याप्त नहीं है प्रशासन द्वारा वहां पर्याप्त व्यवस्था न कर पाने के कारण इस आयोजन को रद्द कर देना पड़ रहा है उन्होंने कहा कि इसका किसी तरह के कोई विवाद संबंध नहीं है बंगाल में हिंदी भाषियों को पूरा सम्मान मिला है ममता बनर्जी और अभिषेक बैनर्जी का हाथ हम लोगों पर हैं। प्रेमपाल सिंह ने यह अभी कहा कि पवन सिंह यहां किसी राजनीति के दल के लिए नहीं आ रहे थे वह एक कलाकार के रूप में आने वाले थे लेकिन व्यवस्था में कमी रहने के कारण कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा।
जमुरिया के विधायक हरे राम सिंह के विधायक प्रतिनिधि और युवा टीएमसी नेता प्रेमपाल सिंह ने जमुरिया में आज विधायक कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया। उन्होंने कहा कि हर साल बहुला में काली पूजा के मद्देनजर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें हर साल कई प्रतिष्ठित कलाकारों को बुलाया जाता है जो अपनी कला की छटा बिखरते हैं। इस साल भी वैसा ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें बांग्ला के प्रसिद्ध गायिकाओं को बुलाया गया था उसके उपरांत 3 तारीख को मशहूर भोजपुरी सिंगर पवन सिंह का कार्यक्रम रखा गया था इसे लेकर कुछ बातें उत्पन्न हुई इसके उपरांत उन्होंने पुलिस प्रशासन से संपर्क किया पुलिस प्रशासन ने बताया कि जिस जगह पर पवन सिंह जैसे एक बड़े कलाकार का कार्यक्रम रखा गया है वह जगह काफी छोटी है और पवन सिंह को देखने के लिए जितनी भीड़ आने की संभावना है ऐसे में वहां पर उपयुक्त सुरक्षा इंतजाम उपलब्ध कराना प्रशासन के लिए संभव नहीं हो पायेगा
इसे देखते हुए प्रेमपाल सिंह ने कहा कि न सिर्फ पवन सिंह का कार्यक्रम बल्कि काली पूजा से जुड़े सभी कार्यक्रमों को रद्द किया जाता है सिर्फ मां काली की पूजा होगी और मेले का आयोजन किया जाएगा जब प्रेमपाल सिंह से पूछा गया कि बांग्ला पोखो नामक एक संगठन की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है क्या कार्यक्रमों को रद्द करने के पीछे यह वजह है इस पर प्रेमपाल सिंह ने कहा कि वह नहीं जानते कि यह संगठन क्या है और यह लोग क्यों विरोध कर रहे हैं वह सिर्फ इतना जानते हैं कि उन्होंने पुलिस प्रशासन से संपर्क किया और पुलिस प्रशासन की तरफ से कहा गया कि जिस मैदान में पवन सिंह के आने की संभावना है उसे मैदान पर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किया जा सकेंगे इसी वजह से कार्यक्रम को रद्द किया जा रहा है
उन्होंने कहा कि बंगाल में हिंदी भाषियों को जितना प्यार ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी द्वारा दिया गया है उतना हिंदी भाषी क्षेत्र यूपी बिहार में नहीं मिलता है इसलिए एक हिंदी भाषी बंगाली होने के नाते उन्हें कोई गिला या शिकवा नहीं है उन्होंने कहा कि जो भी संगठन इसका विरोध कर रहे हैं उनको यह समझने की आवश्यकता है कि बंगाल गंगा जमुनी तहजीब की धरती है यहां पर सभी लोग मिलजुल कर रहते हैं चाहे वह किसी भी धर्म या भाषा भाषी हो उन्होंने कहा कि बांग्ला पोखो नामक संगठन किस तरह से काम करता है यह भी किसी से छिपा हुआ नहीं है उन्होंने कहा कि कलाकार की कोई जात नहीं होती या उसका कोई धर्म नहीं होता उसकी पहचान सिर्फ उसकी कला होती है
प्रेमपाल सिंह ने कहा कि हो सकता है कि पवन सिंह ने कभी अपने गानों के जरिए किसी की भावनाओं को आहत किया हो लेकिन शायद ही ऐसा कोई कलाकार होगा जिसने कभी ना कभी किसी न किसी की भावनाओं को आहत नहीं किया हो ऐसे में इस तरह से किसी कलाकार का विरोध करना उचित नहीं है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल की धरती काजी नज़रुल इस्लाम रविंद्र नाथ टैगोर की धरती है यहां पर सभी के लिए अपार स्नेह और प्यार रहता है ठीक जिस तरह से यूपी बिहार या अन्य हिंदी भाषी राज्यों में बंगाल के कलाकारों को प्यार दिया जाता है उन्हें सर माथे बिठाया जाता है ठीक उसी तरह यहां पर भी हिंदी भाषी कलाकारों को वैसा ही सम्मान मिलना चाहिए उन्होंने कहा कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कुछ संगठन इस तरह का विरोध कर रहे हैं उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की कोशिश की गई थी लेकिन पुलिस प्रशासन के साथ बातचीत कर जब उन्हें लगा कि यहां पर सुरक्षा की वजह से कार्यक्रम करना संभव नहीं होगा तो कार्यक्रम को रद्द किया जाता है
उन्होंने कहा कि सिर्फ पवन सिंह का कार्यक्रम नहीं काली पूजा को लेकर जितने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाने थे सभी रद्द किए जाते हैं सिर्फ पूजा होगी और मेला लगाया जाएगा उन्होंने अपने समर्थकों से और सभी हिंदी भाषी जनता से यह अनुरोध किया कि वह इस मामले को ज्यादा तूल न दें और इस मामले को यहीं समाप्त करें और काली पूजा को खुशी-खुशी मनाएं इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल के जो कलाकार अन्य प्रदेशों में अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं उन पर भी किसी तरह की आंच नहीं आनी चाहिए