Asansol दौरे पर राज्य अल्पसंख्यक आयोग चेयरमैन, कहा चुरुलिया को शांतिनिकेतन की तर्ज पर विकसित करने की जरूरत
बंगाल मिरर, आसनसोल: पश्चिम बंगाल माइनॉरिटी कमीशन के चेयरमैन अहमद हसन आज आसनसोल पहुंचे उन्होंने आसनसोल के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के उन्होंने बताया कि पश्चिम बर्धमान जिले में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए काफी अच्छा काम किया जा रहा है उन्होंने कहा कि यहां पर जो भी सरकारी अधिकारी हैं वह सही दिशा में और सही प्रयास के साथ काम कर रहे हैं उन्होंने बताया कि बेहतरी की गुंजाइश अभी भी है लेकिन अधिकारियों के इच्छा में कोई कमी नहीं है वह चाहते हैं कि सिख क्रिश्चियन बुद्धिस्ट जैन मुसलमान सहित सभी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का विकास हो और इसके लिए वह प्रयास भी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज उन्होंने यहां के नागरिक समाज से वार्तालाप किया और उनसे जानने की कोशिश की की और किन क्षेत्र में अल्पसंख्यक समाज को और आगे ले जाने की गुंजाइश है या उनके कौन से ऐसे मसले हैं जिनका समाधान अभी तक नहीं हो पाया है उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो लगातार जारी रहेगी इसके लिए लगातार प्रयास करते रहना होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आसनसोल के चुरू लिया में काजी नज़रुल इस्लाम का जन्म स्थान है उसे शांतिनिकेतन की तर्ज पर एक बहुत बड़े पर्यटन स्थल के रूप में बनने पर विचार किया जा रहा है उसके लिए कार्य किया जाएगा ताकि उसे शांतिनिकेतन की तरह एक बहुत बड़ा पर्यटन स्थल बनाया जाए जहां देश-विदेश से लोग आएंगे उन्होंने कहा कि विश्व के कई विश्वविद्यालय में बांग्ला पढ़ाया जाता है वहां के बंगला प्रोफेसर यहां आना चाहते हैं काजी नज़रुल इस्लाम पर शोध करना चाहते हैं उनके लिए चुरुलिया को एक पर्यटन स्थल बनाना अति आवश्यक है ।
वही हाल ही में राज्य सरकार द्वारा डब्ल्यूबीसीएस परीक्षा में उर्दू को हटाए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस मसले का समाधान किया जा रहा है और इसे लेकर परीक्षार्थियों को अब परेशानी नहीं होगी। उन्होंने सर्किट हाउस में जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक भी की।