Andal विमाननगरी में सड़क जाम कर प्रदर्शन, वादाखिलाफी का आरोप
बंगाल मिरर, अंडाल : अंडाल हवाई अड्डे के बीएपीएल अधिकारियों ने अपना वादा पूरा नहीं किया है। वादा खिलाफी के आरोप को लेकर जमीनदाताओं ने शनिवार को अंडाल हवाई अड्डे के पास नवनिर्मित सड़क का निर्माण कार्य रोक कर विरोध प्रदर्शन किया। भूमि दाताओं की मांग है कि बीएपीएल प्राधिकरण ने भूमि अधिग्रहण करते समय जो वादा किया था उसे पूरा नहीं किया है । इसलिए वह लोग आंदोलन कर रहे हैं। हालाँकि, इस संबंध में बीएपीएल अधिकारियों से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।




दक्षिणखंड मौजा के जमीन दाता आशीष पाल और बिजन पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि किसी की जमीन जबरदस्ती नहीं छीनी जा सकती। लेकिन निचले स्तर के प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना कर जबरन जमीन मालिकों से जमीन छीन रहे हैं। दक्षिण खंड मौजा में करीब दस बीघा जमीन अभी भी विवाद में है। जहां जमीन देनेवाले अपनी जमीन देने को तैयार नहीं हैं, वहीं अधिकारियों ने जबरन जमीन छीनने की रणनीति अपना ली है। उन्होंने कहा कि जब यहां हवाईअड्डा बन रहा था तो क्षेत्र के भूमि दाताओं ने मित्रतापूर्ण व्यवहार दिखाया और अपनी जमीन हवाई अड्डा अधिकारियों को दे दी। करीब 2300 एकड़ जमीन दाताओं ने एयरपोर्ट प्रबंधन को दी है।
भूमि अधिग्रहण करते समय, बीएपीएल अधिकारियों ने भूमि मालिकों से भूमि के बदले में परिवार के एक बेरोजगार युवा को रोजगार और क्षेत्र के विकास के लिए प्रशिक्षण देने का वादा किया था। लेकिन आज इतने वर्षों बाद भी आश्वासन पुरा नही किया गया है। भूमि दाताओं का एक वर्ग दावा कर रहा है कि बीएपीएल अधिकारियों ने एक भी बात नहीं रखी है। बीएपीएल अधिकारी अंडाल हवाई अड्डे से अंडालउखड़ा की मुख्य सड़कतमलामोड़ तक सड़क निर्माण पर काम कर रहे हैं। बन रही नई सड़क के आसपास की जमीन के मालिक सड़क का काम रोककर विरोध में शामिल हो गए। उनकी मांग है कि अगर बीएपीएल इलाके के जमीन मालिकों से किये गये वादे को पूरा नहीं करेगी तो किसी भी तरह से सड़क का निर्माण कार्य नहीं होने दिया जायेगा। इस बीच, तनाव को नियंत्रित करने के लिए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल और काम्बैट फोर्स तैनात किए गए। अंततः प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर सोमवार को जमीन मालिकों के साथ बैठक का निर्णय लिया गया और जमीन मालिकों ने आश्वासन के मुताबिक अपना विरोध वापस ले लिया