Asansol मंडल के अंडाल-प्रधानखंटा सेक्शन में 160 किमी. की गति से दौड़ेगी ट्रेन, मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना पर महत्वपूर्ण प्रगति
तीन नये स्टेशन बनेंगे, कई आरओबी और आरयूबी का निर्माण शामिल
बंगाल मिरर, आसनसोल : रेलवे बोर्ड द्वारा 12 हजार करोड़ की लागत से बिहार के सोन नगर से पश्चिम बंगाल के अंडाल तक मल्टी ट्रैकिंग परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। रेलवे द्वारा बताया गया कि स्थानीय सरकारी अधिकारियों के महत्वपूर्ण समर्थन की बदौलत सोन नगर और अंडाल के बीच परिवर्तनकारी मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना आसनसोल मंडल के तहत 70 किलोमीटर लंबे अंडाल-प्रधानखंटा सेक्शन के लि मुगमा में अगले चरण में पहुंच गई है। 12000 करोड़ रुपये से अधिक के आवंटन के साथ रेलवे बोर्ड द्वारा स्वीकृत यह महत्वपूर्ण परियोजना 374.53 रूट किमी और 814.38 ट्रैक किमी में फैली नई पटरियां बिछाने की एक बड़ी पहल का हिस्सा है।




झारखंड और पश्चिम बंगाल के सरकारों के सहयोग से लगभग सभी आवश्यक भूमि अधिग्रहण पूरे हो चुके हैं, जिससे व्यापक सिविल, इलेक्ट्रिकल और सिगनल व दूरसंचार संबंधी कार्यों की शुरुआत हो सकेगी। अगले चरण का काम इस सेक्शन के मुगमा में शुरू हो चुका है, जो परियोजना की प्रगति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस परियोजना का उद्देश्य मेन लाइन पर भीड़भाड़ को कम करना, संभावित रूप से अतिरिक्त मेल/एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं की सुविधा प्रदान करना तथा प्रधानखंटा और अंडाल के बीच 160 किमी प्रति घंटे की लक्षित गति प्राप्त करना है।
इस परियोजना एक महत्वपूर्ण पुल, 13 बड़े पुल और 138 छोटे पुलों के साथ-साथ कई आरओबी और आरयूबी का निर्माण शामिल है ताकि निर्बाध रेल संचालन सुनिश्चित किया जा सके। इसके अतिरिक्त, तीन नए स्टेशनों की शुरुआत और फ्लाईओवर निर्माण के माध्यम से लेवल क्रॉसिंग को खत्म करने से रेल यातायात में काफी सुधार होगा।
पांच साल की अपेक्षित पूर्णता अवधि के साथ यह परियोजना धनबाद और पश्चिम बर्धमान जिलों के लिए पर्याप्त लाभ, संरक्षा बढ़ाने और पूरे क्षेत्र में रेल संचालन में सुधार का वादा करती है। स्थानीय अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी और सहयोग इस परियोजना को आगे बढ़ाने में सहायक रहा है, जो क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक मजबूत सहयोगात्मक प्रयास को रेखांकित करता है।