“और देखो !….”
“जो दिखता है, वो पूरा नहीं,
हर तस्वीर का कोना छुपा हुआ है कहीं।
आसमान को देखो, पर उसके पार भी झांको,
हर तारे के पीछे एक और दुनिया है, मानो।
जो सुना, वो कहानी अधूरी हो सकती है,
हर शब्द के पीछे एक गहराई होती है।
जो पढ़ा, वो अंत नहीं, बस शुरुआत है,
अधखुली किताब के पन्नों में जीवन का भंडार है।
और देखो, हर फूल के पीछे कांटे भी खिलते हैं,
हर हंसी के पीछे आंसू भी चलते हैं।
हर सफलता की चमक में संघर्ष छिपा है,
हर चेहरे के पीछे एक राज़ दबा है।



मत रुकना, जहां दृष्टि जाती है,
उससे आगे की यात्रा ही सच्चाई दिखाती है।
*”See more”* का मतलब है, और जीना,
हर पल में छुपे अनमोल खजाने को छूना।
तो चलो, और देखो, और समझो,
दुनिया को नए नजरिये से परखो।
हर अनुभव, हर क्षण को अपनाओ,
जीवन की गहराइयों में डूब जाओ।”
कवि: सुशील कुमार सुमन
अध्यक्ष, आईओए
सेल आईएसपी बर्नपुर