New Delhi Railway Station Stampede : 18 की मौत, दर्जनों घायल, 2013 की पुनरावृत्ति नहीं रोक पाई रेलवे,
बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता : ( New Delhi Railway Station Stampede) महाकुंभ मेले में भगदड़ की घटनाएँ दुर्भाग्यपूर्ण रही हैं और इतिहास में कई बार घातक साबित हुई हैं। महाकुंभ, जो हर 12 साल में एक बार चार प्रमुख स्थानों—प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है, लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। भीड़ का अत्यधिक दबाव और अव्यवस्थित यातायात कभी-कभी भगदड़ जैसी घटनाओं का कारण बनता है। मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में हुई भगदड़ के बाद अब नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई। 2013 की घटना दोबारा ना हो इसके लिए महत्वपूर्ण तिथियों पर प्रयागराज संगम को इस बार बंद रखा गया था लेकिन किसे पता था कि यह भगदड़ देश की राजधानी दिल्ली में हो जाएगी। इस भगदड़ ने प्रशासन के तमाम दावे खोखले साबित कर दिए हैं।
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार, 15 फरवरी 2025 की देर रात एक दुखद घटना घटी, जब प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। यह भीड़ प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में शामिल होने के लिए उमड़ी थी। इस भगदड़ में 18लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मरने वालों में 9 महिलाएं पांच बच्चे और चार पुरुष शामिल है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ और ट्रेनें लेट होने के कारण अफरा-तफरी मच गई, जिससे यह हादसा हुआ। रेलवे प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए और प्रयागराज के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की।
Mahakumbh Stampede : महत्वपूर्ण भगदड़ घटनाएँ:
1. 1954 (प्रयागराज)
यह अब तक की सबसे भयावह भगदड़ में से एक थी।
लगभग 800 लोगों की मृत्यु हुई और हजारों घायल हुए।
यह हादसा तब हुआ जब पुल पर अत्यधिक भीड़ हो गई और नियंत्रण खो गया।
2. 1986 (हरिद्वार)
गंगा स्नान के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई।
कई श्रद्धालु कुचल गए और दर्जनों की मृत्यु हुई।
3. 2003 (नासिक)
त्र्यंबकेश्वर मंदिर के पास भगदड़ मची।
करीब 39 लोगों की मृत्यु हुई।
यह हादसा मुख्य स्नान घाटों पर अत्यधिक भीड़ की वजह से हुआ।
4. 2013 (प्रयागराज)
यह हादसा प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन पर हुआ था।
प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ के कारण भगदड़ मची।
36 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हुई।
इस घटना की बड़ी वजह अव्यवस्थित यातायात और प्रशासनिक चूक बताई गई।
5. 2025 (प्रयागराज) मौनी अमावस्या के दिन शाही स्नान के पहले हुई भगदड़ में दर्जनों तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई अभी तक मौत के आंकड़ों को लेकर सटीक जानकारी सामने नहीं आ पाई है।
भगदड़ के मुख्य कारण:
भीड़ का अत्यधिक बढ़ना
अव्यवस्थित यातायात और सुरक्षा प्रबंधों की कमी
अचानक अफवाहें और घबराहट
संकरे रास्ते और पर्याप्त निकास मार्गों की अनुपलब्धता