ASANSOL

Asansol : रेलवे अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा

बंगाल मिरर, आसनसोल :   आसनसोल रेलवे हॉस्पिटल में एक मरीज की मौत के बाद मरीज के परिवार वालों ने अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कल रात भारी हंगामा किया मोहम्मद सरफराज अंसारी नामक एक व्यक्ति ने कहा कि कल सुबह उनके पिता को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था घर में ब्रेन स्ट्रोक होने के तुरंत बाद उनके पिता को आसनसोल रेलवे अस्पताल लाया गया इलाज भी शुरू हो गया उनके पिता का इलाज बिल्कुल सही ढंग से हो रहा था और उनके पिता की हालत में भी सुधार आ रहा था उसके बाद सीटी स्कैन के लिए  भगत सिंह मोड़ के एक पैथोलॉजी केंद्र ले जाया गया।

सरफराज अंसारी ने बताया कि उनके पिता एंबुलेंस में अगली सीट पर बैठकर गए थे उन्होंने अपने से सीट बेल्ट भी लगाया था और उस समय वह अपने परिवार के लोगों से बातचीत भी कर रहे थे सीटी स्कैन के बाद वापस रेलवे अस्पताल आए उनको बाथरूम जाना था वह खुद चल के बाथरूम भी गए इसके बाद एक लड़का आता है और वह उनके पिता को कोई इंजेक्शन लगाता है सरफराज अंसारी ने बताया कि इंजेक्शन लगाने के कुछ सेकेंड के अंदर ही उनके पिता की हालत बिगड़ने लगी जब इंजेक्शन लगाने वाले व्यक्ति से पूछा गया कि उन्होंने किस चीज का इंजेक्शन लगाया है तो उसने बताया कि इंजेक्शन एंटीबायोटिक का था लेकिन उनके पिता की हालत बिगड़ती गई और उनकी मौत हो गई ।

इसके बाद वह सभी अपने परिजनों के साथ अस्पताल के सीएमओ के पास पहुंचे और उनसे जानने की कोशिश की की जो लड़का इंजेक्शन लगाने आया था वह कौन था वह क्या आसनसोल रेलवे अस्पताल का कर्मचारी था और उसने कौन सा इंजेक्शन लगाया था सरफराज अंसारी ने बताया कि अस्पताल मैनेजमेंट की तरफ से उन्हें बताया गया कि उनके पास कर्मचारियों की कमी है इसलिए जो पास आउट करते हैं उनको इस तरह से अस्पताल में रखा जाता है ।

सरफराज अंसारी का कहना है कि इस तरह से इलाज में लापरवाही करके उनके पिता को मार डाला गया इसके लिए वह चाहते हैं कि उस लड़के के खिलाफ और आसनसोल रेलवे अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाए। परिवार वालों का कहना है कि जब 3 घंटे बाद अस्पताल मैनेजमेंट द्वारा उसे लड़के को परिवार वालों के सामने लाया गया तो उसने बताया कि उसने सरफराज अंसारी के पिता को मोनोसेफ दवा का इंजेक्शन दिया था हालांकि परिवार वालों का कहना है कि इंजेक्शन का जो ऐम्प्युल उनके पास है उस पर कहीं भी मोनोसेफ नाम का जिक्र नहीं है इसलिए वह चाहते हैं कि इसके अच्छे से जांच हो और जो। सरफराज अंसारी का कहना है कि वहां पर तीन नर्सें थीं उनके रहते कोई दूसरा व्यक्ति आगे इंजेक्शन क्यों लगाएगी यह पूरी तरह से लापरवाही है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उन्होंने मांग की। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है शिकायत के बाद जांच की बात कही जा रही है।,

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