Asansol : जिले के नेता बिक चुके हैं ? प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को पत्र, हंगामा
बंगाल मिरर, आसनसोल: बंगाल में सत्ता पाने का ख्वाब संजो रही भाजपा को विधानसभा चुनाव से पहले ही अंतरकलह का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा के आसनसोल सांगठनिक जिले के नेता बालू माफिया, फैक्ट्री और कोलियरी मालिकों के हाथों बिक चुके हैं। मंडल स्तर के नेताओं ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को लिखे पत्र में ऐसे विस्फोटक आरोप लगाए हैं। पत्र के पहले पैराग्राफ में लिखा गया है, “जिले के सक्रिय और कुशल कार्यकर्ता लंबे समय से जिले भर में चल रही निरंतर अनियमितताओं और संगठनात्मक सिंडिकेट के शिकार हैं।”




पत्र के चौथे पैराग्राफ में और भी विस्फोटक आरोप हैं। इसमें लिखा है, “प्रदूषण से तंग आकर लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।” हालाँकि, जिले में शासक दल को कोई समस्या नहीं है। आम लोगों को भी यह एहसास हो गया है कि जिला अध्यक्ष और उनकी सिंडिकेट कंपनी रेत माफिया, फैक्ट्री और कोलियरी मालिकों के हाथों बिक चुकी है।
गौरतलब है कि पश्चिम बर्दवान जिले में विभिन्न अनियमितताओं के खिलाफ आम लोगों ने आवाज उठाई है। निजी भूमि पर अतिक्रमण और तालाबों को भरने के बारे में लोगों की शिकायतों से मुख्यमंत्री भड़क गई हैं। मुख्यमंत्री द्वारा रोष व्यक्त करने के बाद दोनों पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की गईगई। अवैध बालू कारोबार के खिलाफ आम लोग जामुरिया और रानीगंज समेत विभिन्न जगहों पर सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने इन मुद्दों पर उस तरह से कदम नहीं उठाया।
अवैध कोयला व्यापार में जानमाल की हानि के बावजूद कोई बड़ी गतिविधि नहीं हुई। भाजपा नेतृत्व के एक वर्ग ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर इन सभी मुद्दों को उठाया है। उनका आरोप है कि अगर वे अन्याय के खिलाफ आंदोलन खड़ा करना चाहते हैं,
जिले के कुछ शीर्ष नेतृत्व ने आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया। लेकिन शीर्ष नेतृत्व का इसमें शामिल होने से इनकार करने के कारण पुलिस के मामले का सामना करना पड़ रहा है।
यह पत्र प्रदेश अध्यक्ष को देने के अलावा पत्र की प्रतिलिपि राज्य भाजपा ओजीएस अमिताभ चक्रवर्ती, विधानसभा में विपक्ष के नेता और राधा बंगाल जोनल प्रभारी लक्ष्मण घोडुई को भी दी गई है। पत्र पर जामुड़िया नंबर 1 के निवर्तमान मंडल अध्यक्ष जयगणेश सिंह, मंडल के महासचिव बापी बाउरी, ओबीसी मोर्चा के जिला सचिव गोपी पात्रा व अन्य के हस्ताक्षर हैं। बापी बाउरी, गोपी पात्रा ने कहा, हमने जिले में हो रही सभी घटनाओं के बारे में प्रदेश अध्यक्ष को लिखित रूप से जानकारी दी है। न केवल हमारे कार्यकर्ता बल्कि आम जनता भी निराश है क्योंकि हम विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं।
भाजपा जिला अध्यक्ष बप्पा चटर्जी ने कहा कि आरोप पूरी तरह निराधार हैं। प्रदेश अध्यक्ष को लिखा गया पत्र सार्वजनिक कैसे हुआ? भ्रष्टाचार के कारण पार्टी से बहिष्कृत लोगों ने किसी के उकसावे पर ऐसा किया। इस पत्र ने व्यक्तिगत तौर पर बप्पा चटर्जी को नहीं, बल्कि पार्टी को कलंकित किया है।,
मामले को लेकर प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से फोन और व्हाट्सएप संदेश के जरिए संपर्क किया गया, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला। लक्ष्मण घोरुई ने कहा, भाजपा अध्यक्ष चुनाव से ठीक पहले ऐसा पत्र क्यों लिखा गया? यदि यह अवैध था तो इसकी सूचना पहले क्यों नहीं दी गई? कई लोग बिना कोई पद प्राप्त किये भी इस तरह का काम करते हैं। हालाँकि, हम इस मामले पर गौर करेंगे।
तृणमूल के राज्य सचिव वी. शिवदासन दासू ने कहा कि भाजपा के भीतर गुटीय संघर्ष चल रहा है।