Treasure NFT से रहें सावधान, पोंजी स्कीम बंगाल पुलिस की चेतावनी
बंगाल मिरर, कोलकाता, 6 अप्रैल 2025: पश्चिम बंगाल पुलिस ने आम जनता को ट्रेजर एनएफटी (Treasure NFT) नामक एक निवेश योजना से सावधान रहने की चेतावनी जारी की है। पुलिस का कहना है कि यह योजना एक धोखाधड़ी वाली पोंजी स्कीम है, जिसके जरिए लोगों को कम समय में पैसा दोगुना करने का लालच देकर ठगा जा रहा है। हाल के दिनों में कई लोगों ने इस स्कीम में निवेश कर अपनी सारी जमा-पूंजी गंवाने की शिकायत की है।




पश्चिम बंगाल पुलिस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक बांग्ला संदेश जारी करते हुए लिखा, “ट्रेजर एनएफटी से सावधान! अल्प समय में पैसा दोगुना करने के लालच में ट्रेजर एनएफटी में निवेश कर कई लोग हाल ही में सब कुछ हारने की कगार पर पहुंच गए हैं। ट्रेजर एनएफटी असल में लोगों को ठगने वाली पोंजी स्कीम मात्र है। पोंजी स्कीम क्या है? इसे कैसे पहचानें? साथ के वीडियो में देखें और जानें। अनुरोध है, संभव हो तो इसे शेयर करें।”
पोंजी स्कीम क्या है?
पुलिस ने अपने संदेश के साथ एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें पोंजी स्कीम की कार्यप्रणाली को समझाया गया है। पोंजी स्कीम एक ऐसी धोखाधड़ी योजना होती है, जिसमें नए निवेशकों के पैसे से पुराने निवेशकों को रिटर्न दिया जाता है। इसमें कोई वास्तविक लाभ या उत्पाद नहीं होता, और यह तब तक चलती है जब तक नए निवेशक आते रहते हैं। जैसे ही नए निवेशकों की संख्या कम होती है, यह योजना ढह जाती है और ज्यादातर लोग अपना पैसा खो देते हैं।
ट्रेजर एनएफटी पर शक क्यों?
ट्रेजर एनएफटी ने दावा किया था कि यह एक एआई-आधारित एनएफटी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जो निवेशकों को रोजाना 4.3% से 6.8% तक का मुनाफा दे सकता है। हालांकि, हाल के दिनों में कई निवेशकों ने शिकायत की है कि उनके खाते फ्रीज कर दिए गए हैं और पैसे निकालने में देरी हो रही है। इसके अलावा, इस प्लेटफॉर्म की पंजीकरण जानकारी में भी कई खामियां पाई गई हैं, जिससे इसके फर्जी होने का संदेह और गहरा गया है।
पुलिस की अपील
पश्चिम बंगाल पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसी योजनाओं में निवेश करने से पहले सावधानी बरतें और पूरी जानकारी हासिल करें। साथ ही, इस चेतावनी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए इसे शेयर करने का अनुरोध किया है, ताकि और लोग इस ठगी का शिकार होने से बच सकें।
पुलिस का यह कदम ऐसे समय में आया है, जब देश भर में डिजिटल धोखाधड़ी और क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े स्कैम के मामले बढ़ रहे हैं। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे किसी भी निवेश से पहले उसकी वैधता की जांच करें और लालच में आकर जल्दबाजी न करें।