Pahalgam Terror Attack : झालदा निवासी IB अधिकारी मनीष रंजन मिश्रा की मौत, परिवार में शोक की लहर
बंगाल मिरर, झालदा (पुरुलिया), 23 अप्रैल 2025: ( Pururlia Samachar ) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ( Pahalgam Terror Attack ) में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के झालदा शहर के निवासी मनीष रंजन मिश्रा की दुखद मृत्यु हो गई। मनीष केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन खुफिया ब्यूरो (IB) में अधिकारी के रूप में हैदराबाद में कार्यरत थे। इस हमले में 28 लोगों की जान गई, जिसमें मनीष भी शामिल थे।




मनीष, झालदा के वार्ड नंबर 5, पुरानी बाघमुंडी रोड क्षेत्र के निवासी थे। वह तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके पिता मंगलेश मिश्रा झालदा हिंदी हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक थे और कुछ वर्षों पहले सेवानिवृत्त हुए हैं। मनीष अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ छुट्टियों के लिए कश्मीर गए थे। परिवार की योजना पहलगाम के बाद वैष्णो देवी मंदिर जाने की थी।

बुधवार सुबह इस दुखद घटना की खबर फैलते ही मनीष के घर पर पड़ोसियों और रिश्तेदारों की भीड़ जमा हो गई। मनीष के भाई विनीत मिश्रा ने बताया, “हमें मंगलवार दोपहर को इस घटना की जानकारी मिली। हमारा परिवार वैष्णो देवी के लिए निकलने की तैयारी में था, लेकिन रास्ते में यह खबर मिलने के बाद हम वापस लौट आए।”
मनीष के माता-पिता इस अपूरणीय क्षति से पूरी तरह टूट गए हैं और शोक में डूबे हैं। उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मनीष के परिवार के प्रति संवेदना जताई है।
पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए इस आतंकी हमले में आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने जिम्मेदारी ली है। यह हमला उस समय हुआ जब मनीष अपने परिवार के साथ ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर इस पर्यटन स्थल पर थे। आतंकियों ने मनीष की पहचान पत्र देखने के बाद उन्हें गोली मार दी, जबकि उनकी पत्नी और बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर पहुंचकर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में ही रद्द कर दिया। सुरक्षा बलों ने हमलावरों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। मनीष का पार्थिव शरीर बुधवार को श्रीनगर के जीएमसी अस्पताल पहुंचाया गया, और इसे उनके गृहनगर बिहार लाने की व्यवस्था की जा रही है। झालदा में उनके परिवार और स्थानीय समुदाय इस दुखद घटना से स्तब्ध है और मनीष की स्मृति में शोक व्यक्त कर रहा है।