STP: बाजार के उतार-चढ़ाव में सुरक्षित निवेश की रणनीति
✍ लेखक: Ritesh Kumar Jalan CFP® QPFP®
Partner – Sampark Online Finserv LLP




बाजार में निवेश करते समय कई लोग असमंजस में रहते हैं। एकमुश्त राशि लगाने से उन्हें डर लगता है कि अगर बाजार नीचे गिरा तो नुकसान हो सकता है। लेकिन STP (Systematic Transfer Plan) एक ऐसा निवेश उपकरण है जो जोखिम को कम करते हुए धीरे-धीरे सही समय पर निवेश करने में मदद करता है।
STP क्या है?
STP एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें निवेशक पहले अपनी राशि लिक्विड फंड में लगाते हैं और फिर तय अंतराल पर एक निश्चित राशि इक्विटी फंड में ट्रांसफर करते हैं। इस रणनीति से बाजार की अस्थिरता से बचाव होता है और निवेशक रुपये की लागत औसत (Rupee Cost Averaging) का लाभ उठाते हैं।
उदाहरण से समझें
मान लीजिए श्री शर्मा, एक सेवानिवृत्त व्यक्ति, को अपने जीवनभर की बचत के रूप में ₹10 लाख मिले हैं। वह इस राशि को शेयर बाजार में लगाना चाहते हैं लेकिन उतार-चढ़ाव के डर से एकमुश्त निवेश नहीं करना चाहते। ऐसे में वह STP का सहारा लेते हैं:
- वह ₹10 लाख को लिक्विड फंड में निवेश करते हैं।
- वह ₹50,000 प्रति माह इक्विटी म्यूचुअल फंड में ट्रांसफर करने का निर्णय लेते हैं।
- 20 महीनों के दौरान उनकी पूरी राशि इक्विटी में चली जाती है, जिससे उन्हें बेहतर अवसरों पर निवेश करने का लाभ मिलता है। STP के प्रकार
- फिक्स्ड STP: इसमें हर महीने (या तय समय अनुसार) एक निश्चित राशि लिक्विड/डेब्ट फंड से इक्विटी फंड में स्थानांतरित होती है।
- कैपिटल अप्रीसिएशन STP: इसमें केवल उस राशि को ट्रांसफर किया जाता है जो मूल राशि पर अर्जित ब्याज या लाभ के रूप में बढ़ी होती है।
- फ्लेक्सिबल STP: निवेशक तय कर सकते हैं कि वे कितनी राशि ट्रांसफर करना चाहते हैं, यह बाजार की परिस्थितियों पर निर्भर करता है।
STP कैसे काम करता है?
- आरंभिक निवेश: निवेशक अपनी पूरी राशि पहले लिक्विड/डेब्ट फंड में डालते हैं।
- नियत अंतराल पर ट्रांसफर: हर महीने/तय समयानुसार राशि का एक भाग इक्विटी फंड में स्थानांतरित होता है।
- रुपये की लागत औसत (Rupee Cost Averaging): जब बाजार नीचे होता है, अधिक इक्विटी यूनिट मिलती हैं, और जब ऊपर होता है, कम यूनिट मिलती हैं, जिससे दीर्घकालिक लाभ होता है।
- जोखिम कम करना: एकमुश्त निवेश से बचाव होता है और अस्थिरता से सुरक्षा मिलती है। कौन निवेशक STP का उपयोग कर सकते हैं?
✅ जो लोग इक्विटी में निवेश से डरते हैं – यह धीरे-धीरे निवेश की आदत डालने में मदद करता है।
✅ सेवानिवृत्त निवेशक – जिन्होंने एकमुश्त राशि पाई हो और सुरक्षित तरीके से बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं।
✅ लंबी अवधि के निवेशक – जो बाजार की अस्थिरता को कम करके धन संचय करना चाहते हैं।
✅ स्मार्ट निवेशक – जो अपनी पूंजी को बिना बड़े जोखिम के बढ़ाना चाहते हैं।
STP के प्रमुख लाभ
✅ बाजार के जोखिम को कम करता है – एकमुश्त निवेश की तुलना में बेहतर।
✅ संभावित उच्च रिटर्न – क्योंकि धन लिक्विड फंड में भी ब्याज अर्जित करता है।
✅ अनुशासित निवेश – निवेशकों को बिना भावनात्मक प्रभाव के निवेश करने में मदद करता है।
✅ टैक्स प्लानिंग में सहायक – सही योजना से LTCG और STCG टैक्स को बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जा सकता है।
✅ CFP/QPFP जैसे विशेषज्ञों की सलाह से सही निवेश रणनीति – हर निवेशक की जरूरत अलग होती है, इसलिए विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर निवेश निर्णय में सहायक होता है।
निष्कर्ष
STP एक बेहतरीन निवेश रणनीति है जो सही समय पर सही तरीके से पैसे को इक्विटी में स्थानांतरित करने में मदद करती है। यदि आप लंबी अवधि का धन निर्माण चाहते हैं और बाजार की अस्थिरता से बचना चाहते हैं, तो STP आपके लिए एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है। लेकिन, सही मार्गदर्शन के लिए CERTIFIED FINANCIAL PLANNER ( CFP® ) या QUALIFIED PERSONAL FINANCE PROFESSIONAL (QPFP®) से सलाह लेना जरूरी है।