मालगाड़ी में कोयले से दबा युवक
जिसे ट्रेन के वागन को लोड करने से पहले सही रूप से चेक नहीं किया जाता है जिसकी वजह से एक दुर्घटना होने से बचे जब ए ट्रेन की वागन लोड हो गई थी तभी कुछ बच्चे और कुछ लोग उस अनजान व्यक्ति की धीमी गति में आवाज सुनाई दी फिर आसपास के लोग आए और कलवरी के मेजरमेंट जब आकर देखा तो उसमें वागन के भीतर से आवाज आ रही थी बचाओ बचाओ फिर मेजरमेंट ईसीएल के एजेंट एमके कुमार और ईसीएल के वर करा कर अके और जेसीबी के की मदद से उस अनजान व्यक्ति की जान बचाया गया उसे संदिग्ध हालत में आसनसोल के एच एल जी अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसमें एजेंट कलवारी के एमके कुमार का कहना है कि मैं इसमें अभी कुछ भी नहीं पता सकूंगा
जब तक हॉस्पिटल की रिपोर्ट ना आ जाए बोंजेमिहारी कलवारी में यह लेकर रेलवे साइडिंग में दूसरी घटना है एक बार ऐसे एक महिला की संदिग्ध हालत में बागन से निकाला गया जिससे इस बार भी पता चला कि ईसीएल की लापरवाही की वजह से बार-बार यह घटना हो रही है वागन लोड करने से पहले द चेक किया जाता है ना देखा जाता है किसी रेलवे डिब्बे के कुछ है कि नहीं कुछ लोगों का कहना है कि जो अभी हमारे देश में लुक डाउन कोरोनावायरस की की वजह से बहुत ही बिहारी मजदूर जो दिल्ली कोलकाता से जा रहे हैं अपने घर की ओर लगता या व्यक्ति अपने घर की ओर जा रहा था और ट्रेन की वागन में चला गया