निराला के सम्मान से बढ़ा हमारा मान
बंगाल मिरर, आसनसोल : आसनसोल रविन्द्र भवन के निकट बन रहे अतिथि गृह का नाम ”सूर्यकांत त्रिपाठी निराला भवन ” किये जाने के मेयर जीतेन्द्र तिवारी के फैसले का शिल्पांचल के साहित्यकारों एवं बुद्धिजीवियों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि निराला के सम्मान से हिन्दीभाषियों का मान बढ़ा है।
विद्यासागर विश्वविद्यालय के डीन डा. दामोदर मिश्र, आसनसोल हिन्दी अकादमी के सचिव मनोज यादव, कवि सह केएनयू के प्रो. निशांत, बीबी कालेज के प्रो. डा. संजीव पांडेय, आसनसोल गर्ल्स कालेज के प्रो. बीरू रजक, शिक्षक मुकेश झा, व्यवसायी बिमल जालान आदि ने कहा कि हिन्दीभाषी समाज की ओर से धन्यवाद,स्वागत,अभिनंदन। इससे पहले मेयर जितेन्द्र तिवारी के पहल पर डामरा रोड में निराला जी की मूर्ति 2014 में लगाई जा चुकी है। रानीगंज टीडीबी कॉलेज में मुंशी प्रेमचंद की आदमकद मूर्ति उन्होंने लगवाई है। हिन्दी भवन में मंच नाम ”राजेन्द्र यादव मंच” रखा है। उन्होंने चेयरमैन रहते हुए हिन्दी अकादमी और हिन्दी भवन की स्थापना कर इतिहास रचा था। यह पूरे बंगाल के हिन्दीभाषी समाज के साथ ही साहित्यकारों के लिए गौरव की बात है। निराला की जन्मभूमि बंगाल ही है।