5 साल में जो न हुआ 5 दिन में होगा
बंगाल मिरर, आसनसोल : 5 साल में जो नहीं हो सका वह 5 दिन बाद 15 अक्टूबर को हो जाएगा । आसनसोल नगरनिगम के वर्तमान बोर्ड का कार्यकाल 15 अक्टूबर को समाप्त हो जायेगा। इसके साथ ही जो लोग जितेंद्र तिवारी के आसनसोल के मेयर बनने के बाद ही लोग कह रहे थे कि उन्हें 6 महीना के लिए मेयर बनाया गया है तो फिर कभी कह रहे थे कि 1 साल के लिए मेयर बनाया गया है । फिर कहा जाने लगा के विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें हटा दिया जाएगा । उनकी तमन्ना पूरी हो जायेगी।
सफलतापूर्वक पूरा करेंगे कार्यकाल
मेयर जितेन्द्र तिवारी अपनी पूरी टीम के साथ सफलतापूर्वक 5 साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं। इन 5 सालों में जो लोग उन्हें हटाने की कोशिश कर रहे थे वह भले कामयाब ना हो पाए लेकिन अब वह खुद कार्यकाल पूरा कर मेयर से हट जाएंगे इसके लिए फिलहाल और 5 दिन यानि 15 अक्टूबर का इंतजार करना होगा।
कौन होगा प्रशासन इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म
अब चर्चा है कि प्रशासक कौन नियुक्त होगा इसे लेकर भी तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं लेकिन राज्य के अन्य निकायों में जिस तरह से वहां के मेयर या चेयरमैन प्रशासक नियुक्त हुए हैं उस तरह संभावना है जितेंद्र तिवारी यहां प्रशासक नियुक्त होंगे। हालांकि इस रेस में तापस बनर्जी से लेकर निगमायुक्त खुर्शीद अली कादरी तक शामिल है। इसके पीछे कई धुरंधरों ने भी काफी कोशिश की। लेकिन इसकी संभावना क्षीण ही है।
16 अक्टूबर 2015 को रचा गया था इतिहास
16 अक्टूबर 2015 को वर्तमान बोर्ड का गठन हुआ था। ममता बनर्जी ने इतिहास रचते हुए पहली बार आसनसोल में हिन्दीभाषी मेयर के रूप में जितेन्द्र तिवारी को दायित्व दिया था। 16 अक्टूबर को मेयर समेत 106 पार्षदों ने शपथ ली थी। वहीं इस वर्ष बोर्ड का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है। 15 अक्टूबर को वर्तमान बोर्ड के कार्यकाल का अंतिम दिन होगा। इन पांच वर्षों के दौरान काफी उतार-चढ़ाव एवं राजनीतिक उठापटक देखने को मिली। मेयर जितेन्द्र तिवारी ने इस दौरान विरोधी खेमे में सेंधमारी करते हुए भाजपा, कांग्रेस एवं वामो के दर्जन भर पार्षदों को पाला बदलावकर तृणमूल में शामिल करा लिया। हालांकि इन पांच सालों के दौरान काफी एतिहासिक कार्य भी किये गये।
दीदी के आशीर्वाद से अपनी टीम के कार्य से संतुष्ट, जनता करे मूल्यांकन ः जितेन्द्र तिवारी
मेयर जितेन्द्र तिवारी कहते हैं कि जब दीदी ने उन्हें यह दायित्व दिया था तो वह खुद आशंकित थे कि वह कैसे इस जिम्मेदारी को संभालेंगे। लेकिन उन्होंने अपने मेयर परिषद सदस्यों तथा पार्षदों की टीम तथा दीदी के आशीर्वाद से कार्य किया। आज वह अपने कार्यों को लेकर संतुष्ट हैं, लेकिन असली मूल्यांकन तो जनता करेगी। उनके नेतृत्व में कुल्टी में पानी की दशकों पुरानी मांग पूरी हुयी।
आज कुल्टी के हजारों घरों में पानी पहुंच रहा है। आसनसोल एवं बर्नपुर, रानीगंज तथा जामुड़िया में आनेवाले दशकों तक पानी की समस्या न रहे, इसके लिए भी अलग-अलग जल परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। 24 घंटे पानी देने की महत्वाकांक्षी परियोजना का कार्य चल रहा है। आज ट्रेड लाइसेंस, टैक्स को आनलाइन कर दिया गया है। नगरनिगम मुख्यालय में कार्यालय भवन की समस्या थी, वहां नया भवन एवं भव्य सभागार भी बनाया गया है। उन्होंने आसनसोल के लिए जब दीदी से कुछ मांगा है, उन्होंने कभी न नहीं किया।