उत्सव थीम पर यंगमेंस का भव्य कालीपूजा पंडाल
हस्त कला, कठपुतली का होगा पंडाल में काम
बंगाल मिरर, बर्नपुर:: रामबांध यंगमेंस की कालीपूजा के तीन वर्ष आयोजन नहीं होने के बाद से बर्नपुर अंचल ही नहीं दूर-दराज के लोगों में मायूसी थी। लेकिन इस बार फिर से यंगमेंस एसोसिएशन की ओर से कालीपूजा का आयोजन शनिवार को खूंटी पूजा के साथ आरंभ हो गया। इस बार उत्सव की थीम पर यंगमेंस कालीपूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है।
यगमेंस एसोसिएशन के कर्ताधर्ता सह कालीपूजा के मुख्य आयोजक रितेन बसाक ने कालीपूजा पंडाल के लिए खूंटी पूजा की। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017,2018 और 2019 को पूजा पंडाल किसी कारण से नहीं बन सका था। लेकिन पूजा हुई। मगर इस बार मां की इच्छा से फिर से भव्य कालीपूजा का आयोजन हो रहा है।
इसके लिए 8 लाख रुपये का बजट रखा गया है, कही से कोई भी चंदा संग्रह नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए सरकारी हर निर्देश का पालन कर ही पूजा पंडाल का निर्माण हो रहा है। इस दौरान काली पूजा पंडाल का थीम उत्सव रखा गया है। जिसमें दर्शाया जा रहा है कि एक महामारी के मध्य ही रहकर विभिन्न तरह के रंग, उत्सव को दर्शाया जाएगा।
इसमें ग्राम एवं मॉडल, हस्तकला के साथ-साथ कठपुतली आदि से पंडाल काे सजाया जाएगा। इस बार कांथी के चंदन डेकोरेटर द्वारा पंडाल निर्माण हो रहा है। जबकि प्रतिमा को जीवन भाष्कर द्वारा बनाया जाएगा। कालीपूजा का उद्धाटन 11 नवंबर को किया जाएगा।