Congress जिला अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष का पद उपयुक्त हाथों में नहीं : जीतू सिंह
बंगाल मिरर, सुजीत बाल्मीकि, आसनसोल: कांग्रेस और गुटबाजी का चोली और दामन का रिश्ता है।यह बात एक बार फिर से शनिवार को आसनसोल कांग्रेस सब डिवीजन कार्यालय की बैठक में साबित हो गई। जब प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के सदस्य सह पश्चिम बर्दवान जिला कांग्रेस समिति के आमंत्रित सदस्य जीतू सिंह ने पश्चिम बर्दवान जिला कांग्रेस के अध्यक्ष दिवेश चक्रवर्ती और कार्यकारी अध्यक्ष हरजीत सिंह पर हमला बोला।




जीतू सिंह ने कहा कि वे देवेश चक्रवर्ती को जिला कांग्रेस अध्यक्ष नहीं मानते हैं। हरजीत सिंह आई एन टी यू सी के महासचिव हैं। जो लोग इंटक के पद पर रहते हैं। वह कांग्रेस पार्टी का पद नहीं ले सकते।यह पार्टी का नियम है। वह पार्ट टाइम कार्य करेंगे। वे दिन भर कारखाना में काम करेंगे और शाम को एक घंटा पार्टी कार्यालय में बैठने से कांग्रेस नहीं चलेगी। दिन में यदि किसी कार्यकर्ता को पुलिस पकड़ती है। तो वह कार्यकर्ता कहां जाएंगे।
इसलिए हरजीत सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष बनाना उचित नहीं है। यह बात जीतू सिंह ने कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन मोहम्मद शाकिर के द्वारा शनिवार को पश्चिम बर्दवान कांग्रेस जिला कमेटी में शाहिद परवेज को सचिव, प्रसनजीत पूईतणडी को महासचिव, जीतू सिंह और मुमताज हसन को जिला कमेटी में आमंत्रित सदस्य बनाए जाने पर सम्मानित करने के लिए बुलाई बैठक में कहीं।
इस दौरान जीतू सिंह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में जिन नेता के पास साइकिल तक नहीं था। आज वह नेता कार से घूम रहे हैं। तीन तल्ला मकान बनवा लिए हैं। आखिर यह पैसा कहां से आया। दरअसल यह पैसा कोयला बालू तस्करों के माध्यम से इन लोगों को आया है और देवेश चक्रवर्ती को भी ऐसे तस्करों से पैसा मिलता है। इसलिए पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्टी के अंदर ऐसे नेताओं की आवश्यकता नहीं है। जो घर में बैठकर राजनीति करें।
जीतू सिंह ने अमित शाह को भी चोर और ताड़ी पार व्यक्ति बताया। तृणमूल के जितने चोर तस्कर और भ्रष्टाचार में फंसे नेता हैं। वह अमित शाह के शरण में जा रहे हैं ।वही शाहिद परवेज ने कहा कि मुझे कांग्रेस जिला कांग्रेस में जो पद दिया गया है। इससे मैं खुश नहीं हूं। क्योंकि जिला कमेटी में जिसे उपाध्यक्ष या महासचिव बनाया गया है। वह उनका कद हमसे बहुत नीचा है। जो लोग 5 साल अपने घरों में बैठे रहते हैं। उन्हें उपाध्यक्ष और महासचिव बना दिया गया। मैं हमेशा कांग्रेस के झंडा को लेकर सालों भर आंदोलन करते हैं।तो मुझे सचिव का पद दिया गया है। इसलिए मैं जिला और उच्च नेतृत्व से खुश नहीं हूं। मैं दिवेश चक्रवर्ती को जिलाध्यक्ष नहीं मानता हूं। मैं कांग्रेस छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा।
मैं कांग्रेस का सच्चा सिपाही हूं।हम आजीवन कांग्रेस में रहकर जनता के हित के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे।लेकिन जिला नेतृत्व के द्वारा ऐसे लोगों को जिला के उच्च पद पर बैठाना ठीक नहीं है।प्रसनजीत पुईतणडी के साथ भी अन्याय हुआ है। वह जिला के कार्यकारी अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्हें महासचिव का पद कैसे दिया गया। यह उनका असम्मान है।
शाहिद परवेज़ यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि पश्चिम बर्दवान जिला कांग्रेस की जो कमेटी बनाई गई है।उसमें साफ झलकता है कि यहां भाषा भाषियों का खेल किया गया है। 71 सदस्य कमेटी में केवल दो मुस्लिम और दो हिंदी भाषियों को रखा गया है।इससे हम लोग खफा हैं। फिलहाल देवेश चक्रवर्ती और हरजीत सिंह से संपर्क ना होने पर उनका पक्ष नहीं लिया जा सका है।